बैडमिंटन खिलाड़ी पी कश्यप राष्ट्रीय शिविर में जगह नहीं मिलने पर भड़के
पी कश्यप ने हैदराबाद में चल रहे राष्ट्रीय बैडमिंटन शिविर में जगह नहीं मिलने पर सवाल उठाया और कहा कि ये सही नहीं है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कॉमनवेल्थ गेम्स के पूर्व चैंपियन पी कश्यप ने हैदराबाद में चल रहे राष्ट्रीय बैडमिंटन शिविर में जगह नहीं मिलने पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसे केवल ओलंपिक टिकट हासिल करने की दौड़ में शामिल आठ दावेदारों तक सीमित रखना सही नहीं है। विश्व रैंकिंग के पूर्व छठे नंबर के इस खिलाड़ी ने कहा कि उनके पास भी टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का मुश्किल मौका है, लेकिन वह इस ओर आगे नहीं बढ़ पा रहे क्योंकि वह शिविर में अभ्यास नहीं कर पा रहे हैं।
कश्यप ने कहा, 'शिविर के संबंध में मेरे कुछ प्रश्न हैं। केवल आठ लोगों को अभ्यास करने की अनुमति देना मुझे अतार्किक लगता है। इसके अलावा किसी आधार पर इन आठ खिलाडि़यों का चयन हुआ, इसमें से सिर्फ तीन ने अपनी जगह लगभग पक्की की है बाकी के पास मुश्किल मौका है जिसमें श्रीकांत और महिला डबल्स जोड़ी भी शामिल है। मैं (बी साई) प्रणीत और (किदांबी) श्रीकांत के बाद विश्व रैंकिंग में 23वें स्थान पर हूं, फिर मेरे नाम पर विचार क्यों नहीं किया गया।'
तेलंगाना सरकार से एक अगस्त को मंजूरी मिलने के बाद भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने सात अगस्त से साई-पुलेला गोपीचंद अकादमी में प्रशिक्षण को फिर से शुरू करने की अनुमति दी थी। कश्यप अपनी पत्नी और साथी शटलर साइना नेहवाल के साथ अकादमी के पास एक अलग सुविधा केंद्र में प्रशिक्षण ले रहे हैं।
उन्होंने कहा, 'गोपी भैया (पुलेला गोपीचंद) ने मुझे साई से बात करने की सलाह दी क्योंकि यह सूची उन्होंने तैयार की है, इसलिए मैंने साई महानिदेशक से बात की और उनसे पूछा कि इसके पीछे क्या तर्क है? मैं शिविर में क्यों नहीं हूं? किसने फैसला किया कि हमारे पास क्वालीफाई करने का मौका नहीं है, जबकि अभी सात-आठ टूर्नामेंट बाकी हैं। एक दिन बाद साई के एक सहायक निदेशक ने मुझे फोन किया और कहा कि यह निर्देश उच्च अधिकारियों से आया है। उन्होंने इस बारे में भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआइ) और साई से बात की है, जो मानते हैं कि इन खिलाडि़यों के पास क्वालीफिकेशन हासिल करने का मौका है, जो मुझे अजीब लगा।'