प्रैक्टिस कैंप में एथलीट के हाथ मिलाने पर पाबंदी, गले मिलने और थूकने पर भी रोक
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ ने खिलाड़ियों को दिशानिर्देश जारी करते हुए कहा कि उन्हें प्रतियोगिता या अभ्यास के दौरान हाथ मिलाने गले मिलने और थूकने पर रोक रहेगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत सरकार ने कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में लगाए गए लॉकडाउन का चौथा चरण है। लॉकडाउन की अवधि बढ़ाए जाने के साथ ही सरकार ने कुछ छूट की भी घोषणा की है। खिलाड़ियों को प्रैक्टिस करने की अनुमति दी गई है लेकिन उनको नियमों का पालन करना होगा। स्टेडियम खुलेंगे लेकिन यह खिलाड़ियो की प्रैक्टिस के लिए इसमें किसी तरह से खेल का आयोजन नहीं होगा और दर्शकों के जाने पर भी पाबंदी होगी।
भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआइ) ने खिलाड़ियों के लिए कड़ा दिशानिर्देश जारी करते हुए कहा कि उन्हें प्रतियोगिता या अभ्यास के दौरान हाथ मिलाने, गले मिलने और थूकने पर रोक रहेगी। इसके साथ ही खिलाडि़यों को लॉकडाउन के दौरान सैलून जाने की भी इजाजत नहीं होगी।
देश में लागू लॉकडाउन की अवधि को चौथी बार 31 मई तक बढ़ाए जाने के बाद सरकार ने खेल परिसरों और स्टेडियमों को खिलाडि़यों के लिए खोलने की अनुमति दी है। खेल मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद खेल परिसर और स्टेडियमों में अभ्यास की अनुमति मिल गई।
इसके बाद एएफआइ ने मंगलवार को प्रशिक्षण के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की। एएफआइ के अनुसार, एथलीट शारीरिक दूरी के साथ अभ्यास करने के अलावा सरकार द्वारा जारी किए गए अतिरिक्त मानदंडों का पालन करेंगे।
खिलाड़ियों को रहना होगा सतर्क, करना होगा नियमों का पालन
छींकने, सांस लेने में कठिनाई, थकान के लक्षण वाले खिलाड़ी के अभ्यास पर रोक रहेगी। किसी भी खिलाड़ी या कोचिंग स्टाफ के सदस्य से हाथ ना मिलाए, ना ही उनसे गले मिले। खांसते या छींकते समय नाक और मुंह को ढक कर रखें। परिसर के अंदर कही भी ना थूकें। अगर किसी खिलाड़ी में बीमारी के लक्षण मिलते है तो इस बारे में संबंधित एथलीट को मुख्य / उप मुख्य कोच या हाई परफोर्मेंस निदेशक को तुरंत खबर करना होगा।