एशियन गेम्स: साल 2002 में चमकी महेश भूपति और लिएंडर पेस की जोड़ी
भारत ने 11 स्वर्ण, 12 रजत और 13 कांस्य के साथ कुल 36 पदक अपने नाम किए और पदक तालिका में सातवां स्थान हासिल किया।
नई दिल्ली, जेएनएन। दक्षिण कोरिया के शहर बुसान ने 14वें एशियन गेम्स की मेजबानी की। इस आयोजन में 44 देशों ने भाग लिया, जिसमें 38 खेलों में 7711 एथलीट पदक की दौड़ में शामिल हुए। सियोल के बाद बुसान दक्षिण कोरिया का दूसरा ऐसा शहर था जिसे एशियन गेम्स की मेजबानी करने का अवसर प्राप्त हुआ।
पदक तालिका में एक बार फिर चीन का दबदबा देखने को मिला। उसने 150 स्वर्ण, 84 रजत और 74 कांस्य के साथ कुल 308 पदक अपनी झोली में डाले। वहीं, मेजबान दक्षिण कोरिया ने रिकॉर्ड 96 स्वर्ण, 80 रजत और 84 कांस्य के साथ कुल 260 पदक जीते और दूसरा स्थान हासिल किया।
एथलेटिक्स में भारत का कमाल
इस बार भारत ने अपने स्वर्ण पदकों की संख्या को दो अंकों में पहुंचाया। भारत ने 11 स्वर्ण, 12 रजत और 13 कांस्य के साथ कुल 36 पदक अपने नाम किए और पदक तालिका में सातवां स्थान हासिल किया।
भारत को मिले 11 स्वर्ण में से सात एथलेटिक्स में हासिल हुए। इसके अलावा लिएंडर पेस और महेश भूपति की जोड़ी ने टेनिस में भारत को स्वर्ण दिलाया, जबकि कबड्डी, गोल्फ और स्नूकर में भी भारत को सुनहरी सफलता हाथ लगी।
खेल और इतिहास
पैराग्लाइडिंग: 2018 के एशियन गेम्स में टेस्ट इवेंट के तौर पर पैराग्लाइडिंग को शामिल किया गया है। इसके लिए छह स्पर्धाओं में इतने ही स्वर्ण पदक दाव पर होंगे। इस दौरान महिला और पुरुष वर्ग में मुकाबले खेले जाएंगे।
रोलर स्पोर्ट्स: 2010 के एशियन गेम्स में पहली बार रोलर स्पोर्ट्स को शामिल किया गया और इस बार भी इसके मुकाबले देखने को मिलेंगे। 2010 में भारत ने दो कांस्य पदक झटके थे। हालांकि 2014 के एशियन गेम्स से रोलर स्पोर्ट्स को हटा दिया गया था।
रोइंग: 1982 के एशियन गेम्स में रोइंग को पहली बार शामिल किया गया था और तब से यह खेल लगातार इस आयोजन का हिस्सा रहा है। चीन इस खेल का सबसे सफल देश है जबकि भारत भी एक स्वर्ण सहित कुल 20 पदक इस खेल में हासिल कर चुका है।
रग्बी सेवंस: 2018 के एशियन गेम्स में रग्बी सेवंस के भी मुकाबले आयोजित किए जाएंगे। इस खेल का एशियन गेम्स में इतिहास 1998 से जुड़ा है जब इसे पहली बार शामिल किया गया था। दक्षिण कोरिया ने इसमें सबसे ज्यादा चार स्वर्ण जीते हैं जबकि भारत के लिए यह खेल निराशाजनक रहा है।