रिकॉर्ड छठे स्वर्ण पदक से चूकीं मेरी कॉम, दो बार की विश्व चैंपियन नाजिम काजैबे ने हराया
छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मेरी कॉम दुबई में जारी 2021 एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में रविवार को हार कर अपने रिकार्ड छठे स्वर्ण से वंचित रह गईं। मेरी कॉम को 51 किग्रा वर्ग के फाइनल में दो बार की विश्व चैंपियन नाजिम काजैबे ने 3-2 से हराया।
नई दिल्ली, प्रेट्र। छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मेरी कॉम दुबई में जारी 2021 एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप के फाइनल में रविवार को हार कर अपने रिकार्ड छठे स्वर्ण से वंचित रह गईं। मेरी कॉम को 51 किग्रा वर्ग के फाइनल में दो बार की विश्व चैंपियन नाजिम काजैबे ने 3-2 से हराया। इस हार के साथ एशियाई चैंपियनशिप में मेरी कॉम का रिकॉर्ड छह स्वर्ण पदक जीतने का सपना फिलहाल पूरा नहीं हो सका। मेरी कॉम ने एशियाई चैंपियनशिप में सातवीं बार हिस्सा लेते हुए दूसरी बार रजत पदक जीता है।मेरी कॉम और लैशराम सरिता देवी ने एशियाई चैंपियनशिप में पांच-पांच स्वर्ण पदक जीते हैं। मेरी कॉम ने 2003, 2005, 2010, 2012 और 2017 में एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण जीता था, जबकि 2008 और इस साल उनके हिस्से में रजत पदक आया।
रोइंग टीम का पुर्तगाल दौरा रद
टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकी पुरुष लाइटवेट डबल स्कल रोइंग टीम का पुर्तगाल दौरा सख्त क्वारंटाइन नियमों के कारण रद कर दिया गया है। पांच सप्ताह का यह दौरा एक जून से शुरू होने की उम्मीद थी। राष्ट्रीय रोइंग कोच इस्माइल बेग ने कहा, 'चूंकि पुर्तगाल पहुंचने पर भारतीय टीम के लिए दो सप्ताह के क्वारंटाइन से गुजरना अनिवार्य था, इसलिए हमें एक्सपोजर टूर रद करना पड़ा।' अरविंद सिंह और अर्जुन लाल जाट ने एशिया ओसनिया ओलंपिक क्वालीफाइंग इवेंट के दौरान पुरुष लाइटवेट डबल स्कल में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था और उन्हें पुर्तगाल में ट्रेनिंग करनी थी, जिसके लिए मिशन ओलंपिक सेल और भारतीय खेल प्राधिकरण ने उन्हें 21 लाख रुपये की राशि मंजूर की थी।
टेटे खिलाड़ी दिव्या और स्वास्तिका के पदक पक्के
भारतीय युवा टेबल टेनिस खिलाड़ी दिव्या चिताले और स्वस्तिका घोष ने ट्यूनिशिया में चल रहे 2021 विश्व टेबल टेनिस युवा स्टार कंटेडर टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन दिखाया और सिंगल्स के नॉकआउट चरण में प्रवेश करने के अलावा अंडर-19 बालिका डबल्स में भी पदक पक्का किया। महाराष्ट्र की दिव्या और स्वस्तिका को शुरुआती दौर में बाई मिली थी, उन्होंने अंतिम आठ चरण के मैच में स्थानीय प्रबल दावेदार फडवा गार्सी और मरम जोघलामी पर 11-5, 6-11, 11-9, 11-8 की शानदार जीत से सेमीफाइनल में पहुंचकर कम से कम कांस्य पदक सुनिश्चित कर दिया है। अब अंतिम चार में इस भारतीय जोड़ी का सामना चेक गणराज्य की लिंडा जादेरोवा और क्रोएशिया की हना अरापोविच से होगा।