एशियन गेम्स की मशाल रिले में दिखी अव्यवस्था, शुरू हुआ मशाल का 18000 किमी का सफर
एशियन गेम्स की मशाल रिले का आयोजन लापरवाही भरा रहा और उलझन भरी रही।
नई दिल्ली। एशियन गेम्स की मशाल रिले का आयोजन लापरवाही भरा रहा और उलझन भरी स्थिति के बीच हॉकी खिलाड़ी पीआर श्रीजेश, सरदार सिंह, निशानेबाज जीतू राई और टेबल टेनिस खिलाड़ी शरत कमल सहित कई भारतीय खिलाडि़यों को मीडिया की बस में सवार होना पड़ा।
खिलाडि़यों ने कोई शिकायत नहीं की और पूरी सहजता के साथ पत्रकारों की एक बस में सवार हो गए। इसका कारण शायद बस के जरिये राष्ट्रीय स्टेडियम से इंडिया गेट आने-जाने की कम दूरी होना था। समारोह में शामिल हुए एक शीर्ष खिलाड़ी ने कहा, 'स्थिति थोड़ी अव्यवस्थित थी, लेकिन ठीक है, हमें शिकायत नहीं है।' एशियन गेम्स का पहली बार आयोजन 1951 में नई दिल्ली में ही किया गया था और तब राष्ट्रीय स्टेडियम में पहली बार गेम्स की मशाल प्रज्वलित की गई थी। रविवार का समारोह महत्वपूर्ण था, क्योंकि राष्ट्रीय स्टेडियम से मशाल प्रज्वलित होने के बाद उसका 2018 के एशियन गेम्स के लिए 18000 किलोमीटर का सफर शुरू हो गया। एशियन गेम्स 18 अगस्त से दो सितंबर के दौरान इंडोनेशिया में होंगे। इंडोनेशियाई एशियन गेम्स आयोजन समिति के प्रमुख एरिक थोहिर ने कहा, 'एशिया के खिलाडि़यों के दिलों में भारत की हमेशा एक खास जगह होगी, क्योंकि भारत खासकर नई दिल्ली में ही एशियन गेम्स का जन्म हुआ था।'
इंडोनेशिया की महान बैडमिंटन खिलाड़ी और 1992 के बार्सिलोना ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता सुसी सुशांति ने भारत की पांच बार की विश्व विजेता महिला मुक्केबाज एमसी मेरी कॉम को मशाल सौंपी, जिन्होंने थोड़ी देर मशाल थामकर दौड़ने के बाद उसे दूसरे भारतीय खिलाडि़यों को सौंप दिया। श्रीजेश, सरदार, जीतू के अलावा कमल और एक अन्य टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा मशाल लेकर दौड़ने वाले खिलाडि़यों में शामिल थे।
मशाल अब इंडोनेशिया जाएगी, जहां उसे 18 जुलाई को मध्य जावा के प्राचीन हिंदू मंदिर, प्रमबनन में पवित्र अग्नि से मिलाया जाएगा। इसके बाद मशाल वहां 18 प्रदेशों के 54 शहरों से गुजरेगी और आखिर में उद्घाटन समारोह के लिए 18 अगस्त को जकार्ता पहुंचेगी। एशियन गेम्स इंडोनेशिया के दो शहरों राजधानी जकार्ता और पालेमबांग में होंगे। यह पहली बार है जब गेम्स का आयोजन दो शहरों में हो रहा है। इससे आयोजकों के सामने एक बड़ी चुनौती है। थोहिर ने कहा कि गेम्स के लिए रिकॉर्ड 16920 खिलाडि़यों एवं अधिकारियों का पंजीकरण किया गया है। कुल मिलाकर 11000 से अधिक खिलाड़ी 40 गेम्स एवं 67 स्पर्धाओं में हिस्सा लेंगे।
समारोह में भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा, महासचिव राजीव मेहता, एशियाई ओलंपिक परिषद के आजीवन उपाध्यक्ष वेई गिझोंग और राजा रणधीर सिंह और खेल सचिव राहुल भटनागर भी मौजूद थे। खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर किसी महत्वपूर्ण प्रतिबद्धता के कारण मौजूद नहीं हो सके। पूर्व खेल मंत्री विजय गोयल भी नहीं आए, जिन्हें राठौर की अनुपस्थिति में समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होना था।