मुक्केबाजी: अमित और विकास ने जीता सोना, मैरीकॉम और सीमा ने रजत पर लगाया पंच
मैरीकॉम के लिए फाइनल का नतीजा चौंकाने वाला रहा क्योंकि उन्होंने पूरे मुकाबले के दौरान स्थानीय मुक्केबाज पर दबदबा बनाए रखा।
सोफिया (बुल्गारिया), पीटीआइ। भारतीय मुक्केबाज अमित पंघल ने लगातार अपना दूसरा अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण पदक अपने नाम किया। वहीं 75 किग्रा भार वर्ग में विकास कृष्ण ने भी स्वर्ण पदक पर कब्जा जमा लिया, लेकिन पांच बार की विश्व विजेता एमसी मैरीकॉम (48 किग्रा) और सीमा पूनिया (81 किग्रा) को 69वें स्त्रंजा मेमोरियल मुक्केबाजी टूर्नामेंट में अपने-अपने मुकाबलो में हार के बाद रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
भारत ने इसी के साथ टूर्नामेंट में कुल 11 पदक अपने नाम किए, जिसमें पांच पदक पुरुषों ने और छह पदक महिलाओं ने जीते। 11 पदकों में भारतीय मुक्केबाजों ने दो स्वर्ण, तीन रजत और छह कांस्य पदक अपने नाम किए। 23 वर्षीय हरियाणा के मुक्केबाज अमित ने 49 किग्रा भार वर्ग में मोरक्को के सैद मोर्दाजी को हराकर सोना जीता। इससे पहले पिछले ही महीने अमित ने सैद को ही हराकर इंडिया ओपन में स्वर्ण पदक जीता था।अमित के अलावा विकास ने अमेरिका के ट्रोय इस्ले को हराकर स्वर्ण पदक जीता। विकास पिछले काफी समय से चोट से जूझ रहे थे।
एशिया चैंपियनशिप और इंडिया ओपन में खिताब जीतकर टूर्नामेंट में भाग लेने पहुंचीं मैरीकॉम को फाइनल में बुल्गारिया की सेवदा असेनोवा ने हराया। मैरीकॉम के लिए फाइनल का नतीजा चौंकाने वाला रहा क्योंकि उन्होंने पूरे मुकाबले के दौरान स्थानीय मुक्केबाज पर दबदबा बनाए रखा। इस दौरान असेनोवा का जोर अपना बचाव करने पर रहा। जजों ने मुकाबले के अंत में जब असेनोवा की जीत का एलान किया तो मैरीकॉम अचंभित रह गईं।
वहीं एक अन्य मुकाबले में सीमा पूनिया को रूस की अन्ना इवानोवा ने हराया। सीमा को शक्तिशाली इवानोवा के खिलाफ संघर्ष करना पड़ा। रूसी मुक्केबाज मुकाबले के दौरान उन पर हावी रहीं और उन्होंने सीमा पर सीधे प्रहार किए। अंतिम राउंड में इवानोवा को मिली चेतावनी के बावजूद उन्हें ही विजेता घोषित किया गया।
भारतीय महिला मुक्केबाजों ने टूर्नामेंट में दो रजत और चार कांस्य पदक हासिल किए। कांस्य पदक हासिल करने वालों में मीना कुमारी देवी (54 किग्रा), एल सरिता देवी (60 किग्रा), स्वीटी बूरा (75 किग्रा) और भाग्यवती काचरी (81किग्रा) शामिल हैं।