एशियन मुक्केबाजी: मैरीकॉम के बाद सरिता, सोनिया और लवलिना ने भी पक्के किए पदक
भारतीय मुक्केबाज अब तक सात पदक पक्के कर चुकी हैं।
हो चि मिंह सिटी (वियतनाम), पीटीआइ। एल सरिता देवी (64 किग्रा), विश्व चैंपियनशिप की रजत पदकधारी सोनिया लाठेर (57 किग्रा) और लवलिना (69 किग्रा) ने अपना विजय अभियान जारी रखते हुए रविवार को एशियन महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बनाने के साथ ही कम से कम कांस्य पदक पक्के कर लिए। भारतीय मुक्केबाज अब तक सात पदक पक्के कर चुकी हैं।
पूर्व विश्व चैंपियन सरिता का यह एशियन चैंपियनशिप में छठा पदक होगा। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में उजबेकिस्तान की माफ्तुनाखोन मेलिवा को पराजित किया। सोनिया ने कजाखस्तान की जाजिम इस्शानोवा की चुनौती तोड़ी तो लवलिना ने मंगोलिया की इर्डेनेटयूआ को सर्वसम्मत फैसले से शिकस्त दी।
सरिता ने इस साल के शुरू में पेशेवर सर्किट में हाथ आजमाने के बाद एमेच्योर में वापसी की है। उन्होंने प्रतिद्वंद्वी के आक्रमण नहीं करने का पूरा फायदा उठाया और कुछ तेज तर्रार पंच से बाउट में शुरुआत से ही बढ़त बना ली। दूसरे दौर में मेलिवा ने बेहतर पंच लगाए और सरिता के सामने चुनौती पेश की, लेकिन अंत में भारतीय मुक्केबाज ने कुछ शानदार मुक्कों से अगले दौर में प्रवेश किया। पूर्व रजत पदक विजेता सोनिया ने विभाजित फैसले में कजाखस्तान की इस्शनोवा को पराजित किया।
इससे पहले भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही क्योंकि नेशंस कप की स्वर्ण पदक विजेता हरियाणा की मुक्केबाज नीरज (51 किग्रा) क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे की चोल मि पांग से सर्वसम्मति फैसले से हार गईं। इससे पहले ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता और पांच बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरीकॉम (48 किग्रा), प्रियंका चौधरी (60 किग्रा), शिक्षा (54 किग्रा) और सीमा पूनिया (प्लस 81 किग्रा) सेमीफाइनल में जगह बना चुकी हैं।