लीग के बाद सुशील और प्रवीण से की जाएगी बात: बृजभूषण
बृजभूषण ने कहा, 'डब्ल्यूएफआई में एक प्रक्रिया है। हम किसी भी मामले पर कोई जल्दी फैसला नहीं लेते।
खेल संवाददाता, नई दिल्ली। दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार और प्रवीण राणा के मारपीट वाले मामले को लेकर भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) के बृजभूषण शरण सिंह का कहना है कि इस मामले को संघ की अनुशासनात्मक समिति देख रही है।
बृजभूषण ने कहा, 'डब्ल्यूएफआई में एक प्रक्रिया है। हम किसी भी मामले पर कोई जल्दी फैसला नहीं लेते। हमारी एक अनुशासनात्मक समिति है। राणा की शिकायत और हमारे नोटिस का सुशील का जवाब दोनों को हमने अनुशासनात्मक समिति को भेज दिया है। इस तीन सदस्यीय समिति के अध्यक्ष आइडी नानावटी हैं। वह पहले सुशील को बुलाएंगे, फिर जरूरत पड़ेगी तो प्रवीण को भी बुलाया जाएगा। लीग के दौरान पहलवानों को परेशान करना ठीक नहीं है।'
उन्होंने कहा, 'सुशील और प्रवीण के मुकाबले के दौरान सुशील के समर्थक मैच रुकने के बाद मैट पर आए थे, अगर मुकाबले के दौरान वे आते तो मैं खुद उन्हें वहां से हटा देता। लेकिन, मेरा मानना है कि जो भी हुआ वह सही नहीं रहा।'
जब बृजभूषण से सुशील के जवाब के बारे में पूछने पर उसकी पुष्टि करते हुए बताया कि सुशील ने लिखा था कि उन्हें बदनाम करने की साजिश रची गई है। उन्होंने कुछ नहीं किया। इस मामले से उनका कोई संबंध नहीं है। उन्होंने उसी दिन इसकी निंदा भी की थी।
पिछले साल दिसंबर के अंत में राष्ट्रमंडल खेलों और सीनियर एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप के चयन ट्रायल में अपने चिर प्रतिद्वंद्वी प्रवीण को 74 किग्रा फ्री स्टाइल स्पर्धा में 7-3 से हराकर सुशील ने इन अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में खेलने का कोटा हासिल किया था। हालांकि, इसके बाद प्रवीण ने आरोप लगाया था कि रेफरियों की मिलीभगत से सुशील ने मुकाबला बेईमानी से जीता।
फिर इसके बाद सुशील एक और मुसीबत में फंस गए जब राणा ने उनके खिलाफ डब्ल्यूएफआई में लिखित में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके और उनके भाई नवीन राणा के साथ मारपीट सुशील के इशारों पर हुई थी। इसके साथ राणा ने सुशील के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई।