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विंटर ओलंपिक्स में रोबोट ने एक दूसरे को दिया चैलेंज, बर्फ पर दौड़े 8 रोबोट

इस मुकाबले में टाइकवान वी टीम ने जीत हासिल की जिन्हें 10 हजार अमेरिकी डॉलर की ईनामी राशि दी गई।

By Pradeep SehgalEdited By: Published: Thu, 15 Feb 2018 02:10 PM (IST)Updated: Fri, 16 Feb 2018 12:32 PM (IST)
विंटर ओलंपिक्स में रोबोट ने एक दूसरे को दिया चैलेंज, बर्फ पर दौड़े 8 रोबोट
विंटर ओलंपिक्स में रोबोट ने एक दूसरे को दिया चैलेंज, बर्फ पर दौड़े 8 रोबोट

प्योंगचांग, रायटर। प्योंगचांग में हो रहे शीतकालीन आलेंपिक के बीच शहर के करीब विली हिली स्की रिसॉर्ट में रोबोट चैलेंज का आयोजन किया गया जिसमें आठ रोबोट ने भाग लिया। इस चैलेंज में रोबोट कई आकृति के थे जिनकी लंबाई 50 सेंटीमीटर से ज्यादा थी।

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सोमवार को हुए मुकाबले में टाइकवान वी टीम ने जीत हासिल की जिन्हें 10 हजार अमेरिकी डॉलर की ईनामी राशि दी गई। उधर इसके आयोजकों ने कहा कि उनकी कोशिश भविष्य में के साथ रोबोट ओलंपिक के आयोजन करने की होगी। इससे इतर में बुधवार के खेल के बाद अंक तालिका में जर्मनी सात स्वर्ण, दो रजत और तीन कांस्य पदक जीतकर पहले स्थान पर है। वहीं नीदरलैंड्स पांच स्वर्ण, चार रजत और दो कांस्य के साथ दूसरे स्थान पर है।

शादी के बहाने खुशी तलाशते रूसी एथलीट 

प्योंगचांग ओलंपिक में नहीं हिस्सा ले पाए रूस के फ्रीस्टाइल स्कीइंग खिलाड़ी सिमेन डेनशचिकोव और स्केलेटन खिलाड़ी ओल्गा पोटिलिटसिना ने शादी करके अपने दुख को कम करने का काम किया। डेनशचिकोव और पोटिलिटसिना रूस के उन 169 एथलीटों में शामिल थे जिन्हें आइओसी ने खेलने की इजाजत दी थी लेकिन उन्हें ओलंपिक से बुलावा नहीं आया। दोनों अब तक समझ नहीं पाए हैं कि आखिर इसकी क्या वजह थी।महिला

हॉकी में कोरिया ने किया पहला गोल

बुधवार को बेशक कोरिया को जापान के खिलाफ 1-4 से शिकस्त ङोलनी पड़ी लेकिन घरेलू टीम में अपना पहला गोल करने में सफल रही। 12 वर्षो के बाद पहली बार एक साथ खेल रही कोरिया के लिए रांदी हिसो ने इस ऐतिहासिक गोल को अंजाम दिया। उधर जापान की यह जीत भी उसके लिए ऐतिहासिक बन गई। ओलंपिक खेलों के महिला हॉकी में जापान की यह पहली जीत है।

शॉन व्हाइट ने हासिल किया तीसरा खिताब

स्नोबोर्ड के लीजेंड शॉन व्हाइट ने अपने करियर का तीसरा स्वर्ण पदक हासिल किया। 31 वर्षीय शॉन ने अंत तक मुकाबले को अपने पक्ष में बनाए रखा और 97.75 के स्कोर के साथ स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। उन्होंने जापान के अयुमु हिरानो (95.25) और ऑस्ट्रेलिया के स्कॉटी जेम्स (92.00) को पीछे छोड़कर ये मुकाम हासिल किया। सोचि ओलंपिक में शॉन फ्लॉप रहे थे लेकिन उससे पहले उन्होंने 2006 और 2010 में स्वर्ण पदक हासिल किया था। वहीं जर्मनी के इरिक फ्रेंजल ने सोचि की सफलता को दोहराते हुए पुरुषों के नोर्डिक कंबाइंड व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल किया। आखिरी लैप में वह लगातार दूसरी बार ओलंपिक चैंपियन बने।

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