एशियन गेम्स: वर्ष 2006 में पहली बार 45 देशों ने लिया भाग
दोहा में आयोजित 15वें एशियन गेम्स में पहली बार एशियन ओलंपिक परिषद के सभी 45 देशों ने भाग लिया।
फ्लैश बैक 2006 :
दोहा में आयोजित 15वें एशियन गेम्स में पहली बार एशियन ओलंपिक परिषद के सभी 45 देशों ने भाग लिया। इस दौरान 39 खेलों में 9520 एथलीटों ने अपनी दावेदारी पेश की। चीन ने 165 स्वर्ण, 88 रजत और 63 कांस्य के साथ कुल 316 पदक जीते और वह पदक तालिका में सबसे ऊपर रहा। दक्षिण कोरिया दूसरे और जापान तीसरे स्थान पर रहा जबकि मेजबान कतर ने नौवां स्थान हासिल किया। वहीं, भारत ने कुल 53 पदक हासिल किए, जिसमें 10 स्वर्ण, 17 रजत और 26 कांस्य पदक शामिल थे। वह पदक तालिका में आठवें स्थान पर रहा।
लिंग जांच में फेल हुई सांथी सौंदाराजन : दोहा एशियन गेम्स में भारत ने 387 सदस्यों का दल भेजा था। इसमें कई पदक जीतने में सफल हुए। इनमें ट्रैक एंड फील्ड की एथलीट सांथी सौंदाराजन का नाम भी शामिल था। सांथी ने 800 मीटर की दौड़ में रजत पदक हासिल किया लेकिन बाद में लिंग जांच में असफल होने के बाद उनका पदक, छीन लिया गया। तमिलनाडु की इस एथलीट ने उस घटना के बाद आत्महत्या करने की कोशिश की थी, लेकिन समय पर अस्पताल पहुंचाकर उन्हें बचाया गया।
घोड़े से गिरकर हुई मौत : दोहा एशियन गेम्स के एक बेहद दुखद दुर्घटना में दक्षिण कोरिया के घुड़सवार किम ह्यूंग चिल ने अपनी जान गंवा दी। घुड़सवारी की क्रॉस कंट्री स्पर्धा के दौरान किम अपने घोड़े से गिर गए और उन्हें सिर और सीने पर गंभीर चोटें आई। बारिश के बावजूद ट्रैक खेल योग्य था और 10 प्रतियोगियों ने बिना किसी परेशानी के अपनी रेस पूरी की, लेकिन 11वें प्रतियोगी किम का घोड़ा घेरा बाधा में फंस गया था। पहले किम घोड़े से गिरे और फिर घोड़ा उनके सिर पर गिरा। इसके कुछ देर बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। किम 2002 के एशियन गेम्स में रजत पदक जीत चुके थे।
आयोजन की आलोचना : दोहा एशियन गेम्स की कई वजहों से आलोचना की गई। भव्य उद्घाटन समारोह के बावजूद उस आयोजन के बाद कई देशों ने तैयारियों को लेकर सवाल उठाए। उद्घाटन समारोह के ठीक बाद तेज बारिश शुरू हो गई और कई एथलीटों और प्रतिनिधी दल के सदस्यों ने माना कि कतर ने ऐसी परेशानियों का सामना करने के लिए कोई तैयारी नहीं की थी। फिलीपींस दल प्रमुख ने आरोप लगाया कि उनके कई एथलीटों और सदस्यों को घंटों बारिश में भीगना पड़ा, क्योंकि आयोजकों ने उन्हें स्टेडियम में दोबारा नहीं घुसने दिया। इसके अलावा खेल गांव में बिस्तर की भी भारी कमी देखने को मिली।
खेलों की जानकारी :
सेलिंग : 1970 के एशियन गेम्स में सेलिंग को पहली बार शामिल किया गया था और उसके बाद 1974 को छोड़कर हर आयोजन में इस खेल को शामिल किया गया है। चीन का इस खेल में हमेशा से दबदबा देखने को मिला है, जबकि भारत अब तक एक स्वर्ण सहित कुल 17 पदक सेलिंग में हासिल कर चुका है।
सेपक टकरा : 1990 के बीजिंग एशियन गेम्स में पहली बार सेपक टकरा को शामिल किया गया था और तब से इस खेल को हर आयोजन में जगह मिली है। वॉलीबॉल की तरह खेले जाने वाले इस खेल में हाथ की जगह पैर का इस्तेमाल किया जाता है। थाइलैंड का इस खेल में जलवा देखने को मिला है। उसने अब तक 22 स्वर्ण सहित कुल 28 पदक एशियन गेम्स में हासिल किए हैं।
निशानेबाजी : 1951 के पहले एशियन गेम्स को छोड़कर निशानेबाजी को हर आयोजन में जगह मिली है और इसे एशियन गेम्स के प्रमुख खेलों में से एक माना जाता है। अब तक 17 आयोजनों में 424 स्वर्ण पर निशानेबाजों ने निशाना साधा है, जिसमें से चीन ने सबसे ज्यादा 197 स्वर्ण अपने नाम किए हैं। पिछले 10 आयोजन में चीन ने निशानेबाजी की ओवरऑल स्पर्धा में बाजी मारी है। वहीं, एशियन गेम्स में भारत ने अब तक सात स्वर्ण निशानेबाजी में हासिल किए हैं।
स्पोर्ट क्लाइबिंग : 2018 के एशियन गेम्स में कई खेलों को टेस्ट इवेंट के तौर पर शामिल किया गया है। उन्हीं टेस्ट इवेंट में से एक है स्पोर्ट क्लाइबिंग। 23 से 27 अगस्त के बीच इसके मुकाबले इंडोनेशिया के जेएससी स्पोर्ट क्लाइबिंग एरिना में आयोजित किए जाएंगे। तीन वर्गो में तीन स्वर्ण और इतने ही रजत और कांस्य पदक दाव पर हैं।