तैराकी में 23 गोल्ड का रिकार्ड बनाने वाले फेल्प्स को बचपन में थी ये गंभीर बीमारी
फेल्प्स को शुरुआत में अंडर वाटर तैरने में डर लगता था। ऐसे में उनके कोच उन्हें अपनी पीठ पर बैठाकर स्विमिंग करवाते थे और आज फेल्प्स के इस स्ट्रोक के बादशाह हैं।
रियो डि जेनेरियो। ओलंपिक के इतिहास में माइकल फेल्प्स का नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। अमेरिकी तैराक माइकल फेल्प्स इकलौते ऐसे खिलाड़ी है जो किसी दूसरे खिलाड़ी से नहीं बल्कि देश से मुकाबला करते हैं। भारत अपने ओलंपिक के इतिहास में अबतक इतने मैडल नहीं जीत पाया है जितने मैडल अकेले माइकल फेल्प्स ने जीत लिए हैं।
फेल्प्स ओलंपिक में 23 गोल्ड मैडल जीत चुके हैं और शनिवार को हुए इवेंट के बाद उन्होंने गोल्ड जीतकर संन्यास लेने का एलान कर दिया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अमेरिका के इस महान तैराक को डिफिटिस हाइपरऐक्टिव डिसऑर्डर नाम की बीमारी थी और स्विमिंग को उनकी ऊर्जा केंद्रित करने के तौर पर इस्तेमाल किया गया था। इस बीमारी में बच्चे में हर समय आवेग, लापरवाही और अस्थिरता का भाव रहता है।
फेल्प्स को शुरुआत में अंडर वाटर तैरने में डर लगता था। ऐसे में उनके कोच उन्हें अपनी पीठ पर बैठाकर स्विमिंग करवाते थे और आज फेल्प्स के इस स्ट्रोक के बादशाह हैं।
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