कड़ी सुरक्षा के बीच रेल इंजन के उपकरण चोरी सवालों में
बंडामुंडा रेलवे डीजल शेड से बड़े पैमाने पर चोरी हुई है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : बंडामुंडा रेलवे डीजल शेड से बड़े पैमाने पर चोरी हुई है। रविवार की देर रात छह डकैतों ने कड़ी सुरक्षा वाले क्षेत्र डीजल शेड के भीतर घुसकर लगभग 2 लाख रुपये का सामान रेल इंजन से चुरा ले गए। आरपीएफ घटना की जांच कर रही है।
रविवार की रात लगभग 12:30 बजे बंडामुंडा रेलवे डीजल शेड के वासिग पूल विभाग में छह डकैत घुसे थे। मास्क पहने ये डकैत दीवार फांदकर झेड में पहुंचे थे। यहां डीजल इंजन के शीर्ष पर लगने वाले पावर असेंबलिंग फिटिग सामान चोरी कर फरार हो गए। लुटेरों ने करीब 2 लाख रुपये मूल्य की 75 किलोग्राम कीमती मशीनरी अपने साथ ले गए हैं। डकैत करीब 40/45 मिनट तक शेड में रहे और उनकी सारी गतिविधि सीसीटीवी में कैद हो गई हैं। आरपीएफ सीसीटीवी फुटेज के जरिए आरोपितों की तलाश कर रही है।
हालांकि इस घटना के बाद विभागीय कर्मचारियों के साथ आरपीएफ की कार्यशैली पर सवाल उठाए जा रहे हैं। घटना वाला क्षेत्र यानी डीजल शेड, सबसे सुरक्षित क्षेत्र है। 24-घंटे आरपीएफ के जवान यहां मौजूद रहते हैं। इसके बावजूद लाखों रुपये के सामान की चोरी होना सवाल खड़ा करती है। 2-3 दिनों की यात्रा के बाद ट्रेन के इंजन की जांच की गई थी। डीजल शेड पहुंचने के बाद इंजन के विभिन्न भागों को खोलकर साफ करने के साथ उसकी मरम्मत की जाती है। सफाई और मरम्मत के बाद सभी उपकरणों को 1-2 दिनों के लिए खुला छोड़ दिया जाता है और फिर उपयोग किया जाता है। खोले गए उपकरणों को सोमवार को फिर से लगाया जाना था, ऐसे में एक दिन पहले रविवार की रात ही उनकी चोरी हो जाती है। यहां सवाल यह है कि लुटेरों को शनिवार को इंजन के आने और रखरखाव के लिए विभिन्न हिस्सों को खोलने के बारे में उन्हें कैसे पता चला? उस दिन आरपीएफ कर्मी ड्यूटी पर अनुपस्थित क्यों थे? आदि सवाल उठ रहे हैं।