नहीं लगा मुख्यमंत्री कैंटीन, आगे आई टाटा स्टील
लॉकडाउन के दौरान सोनारी स्थित झाबरी बस्ती में हर दिन मुख्यमंत्री कैंटीन लगता था। लेकिन मंगलवार दोपहर बिना किसी पूर्व सूचना के कैंटीन की गाड़ी तय स्थल पर नहीं लगी।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : लॉकडाउन के दौरान सोनारी स्थित झाबरी बस्ती में हर दिन मुख्यमंत्री कैंटीन लगता था। लेकिन मंगलवार दोपहर बिना किसी पूर्व सूचना के कैंटीन की गाड़ी तय स्थल पर नहीं लगी। दोपहर तीन बजे जब दैनिक जागरण की टीम को सूचना मिली तो टाटा स्टील के चीफ सीएसआर सौरभ रॉय को कॉल किया गया। उन्होंने आधे घंटे में 250 लोगों के लिए खिचड़ी भेज बच्चों को भूख से बचाया।
झाबरी बस्ती में 26 मार्च से हर दोपहर मुख्यमंत्री कैंटीन की गाड़ी लग रही थी। जहां स्थानीय निवासियों को पांच रुपये में भोजन मिल जा रहा था। लेकिन मंगलवार दोपहर छोटे-छोटे बच्चे और कई परिवार बर्तन लिए कैंटीन की गाड़ी लगने का इंतजार कर रहे थे। जब दैनिक जागरण टीम की नजर इन पर पड़ी तो वस्तुस्थिति जानने पर पता चला कि गाड़ी नहीं पहुंचने से सभी भूखे हैं। हमारी टीम सोनारी थाने में जाकर लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था करने की मांग की लेकिन उन्होंने भी अपने हाथ खड़े कर दिए। कहा कि यहां जिन्हें खाना मिलना है वे सूचीबद्ध हैं। इतने लोगों के लिए और खाना उनके पास नहीं है। ऐसे में एक मीडियाकर्मी ने पप्पू सरदार से मदद मांगी तो वे भी पहुंचे और खाना पहुंचने तक बच्चों के बीच बिस्कुट व पानी की बोतल का वितरण किया। वहीं, कदमा थाना से संपर्क करने पर वहां से भी 25 लोगों के लिए खिचड़ी भेजा गया। अब लोगों के लिए एक और समस्या है कि बुधवार को भी मुख्यमंत्री कैंटीन लगेगा या उन्हें भूखे रहना पड़ेगा।
-------
स्थानीय लोगों में दिखी नाराजगी
स्थानीय निवासी पूजा दास का कहना है कि स्थानीय प्रशासन लोगों को ऐसे भूख मरने के लिए कैसे छोड़ सकती है। बिना किसी पूर्व सूचना के कैंटीन की गाड़ी यहां नहीं लगी। उनकी बस एक ही मांग है कि स्थानीय लोगों को लॉकडाउन के दौरान बिना किसी विलंब के भोजन मिले।