बीरमित्रपुर थाना हाजत में मौत के मामले की जांच करेंगे एसडीजेएम
बीरमित्रपुर थाना हाजत में हुई तारिक सलीम की मौत के मामले की मजिस्ट्रेट जांच राउरकेला के एसडीजेएम रंजन कुमार प्रधान करेंगे।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : बीरमित्रपुर थाना हाजत में हुई तारिक सलीम की मौत के मामले की मजिस्ट्रेट जांच राउरकेला के एसडीजेएम रंजन कुमार प्रधान करेंगे। मजिस्ट्रेट जांच के लिए सुंदरगढ़ एसपी सागरिका नाथ ने जिला व दौरा जज प्रदीप महांती को पत्र लिखा था। उन्होंने मामले की मजिस्ट्रेट जांच की जिम्मेदारी एसडीजेएम राउरकेला रंजन कुमार प्रधान को सौंपी है। वे जल्द ही मामले की जांच शुरू करेंगे। हालांकि शनिवार व रविवार को कोर्ट बंद होने के कारण इस संबंध में जिला अदालत की ओर से कोई स्पष्ट सूचना नहीं मिल पाई थी। दूसरी ओर हाजत में मौत के मामले को लेकर राज्य सरकार कटघरे में आ गई है। इस कारण मामले की निष्पक्ष जांच का सरकार ने निर्देश जारी किया है। वहीं, व्यापारी के अपहरण की घटना से लेकर हाजत में मौत के मामले को लेकर उलझ चुकी पुलिस दोनों घटनाओं में अपनी दक्षता व निर्दोषता को प्रमाणित करने में जुट गई है।
प्लानिग व ऑपरेटिग दो ग्रुप की पहचान : व्यापारी प्रदीप कुंडू के अपहरण कांड में दो गिरोह के शामिल होने की बात पुलिस की प्राथमिक जांच में सामने आई है। जिसे मरने वाले तारिक सलीम (अन्यतम आरोपित) ने भी पुलिस की पूछताछ में स्वीकार किया था। मृत तारिक अपहरण योजना (प्लानिग) गैंग का मुखिया था। जबकि ऑपरेशन गैंग के मुखिया का झारखंड लिक होने का पता पुलिस को चला है। दोनों गिरोह के सदस्यों की पहचान पुलिस ने की है। इसे लेकर दोनों गिरोह के सदस्य भूमिगत हो गए हैं।
तरिक की पुलिस हाजत में रहस्यमय मौत से उलझी गुत्थी : बीरमित्रपुर थाना अंतर्गत बीजाबहाल से क्रशर मालिक प्रदीप कुंडू का अपहरण आठ नवंबर के दिन नाटकीय तौर पर कर लिया गया था। इसके बाद पुलिस की छह टीमों ने पड़ोसी राज्य झारखंड समेत अन्य जगहों पर छापेमारी की थी। पुलिस अपहरणकर्ताओं तक पहुंचने ही वाली थी कि प्रदीप नाटकीय तौर पर घर लौट आए। लेकिन उन्होंने अपहरण के संबंध में अपना मुंह बंद रखा था। हालांकि प्रदीप द्वारा बाद में पुलिस को दिए गए बयान व तारिक तथा उसके भाई की गिरफ्तारी के बाद मिली सूचना से यह गुत्थी सुलझने ही वाली थी की तारिक की पुलिस हाजत में रहस्यमय मौत हो गई थी।