हमारा सुंदरगढ़, स्वच्छ सुंदरगढ़ के लिए प्रशिक्षण शुरू
सुंदरगढ़ जिले में जमीनी स्तर से पैरामिल सिस्टम को मजबूत करने के लिए हमारा सुंदरगढ़ स्वच्छ सुंदरगढ़ पायलट कार्यक्रम शुरू किया गया है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले में जमीनी स्तर से पैरामिल सिस्टम को मजबूत करने के लिए 'हमारा सुंदरगढ़, स्वच्छ सुंदरगढ़' पायलट कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसके तहत गांव से निकलने वाले कचरे को पंचायत स्तर पर संभालकर प्रसंस्करण के लिए लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए सुंदरगढ़ डीएमएफ, रुरबन, यूनिसेफ और यूएनडीपी द्वारा मदद की जाएगी। सुंदरगढ़ में आयोजित दो दिवसीय इस कार्यशाला में जिले के बीडीओ, सरपंच, कार्यकारी अधिकारी सहित यूएनडीपी, डीआरडीए और डीएमएफ के अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं। पायलट प्रोजेक्ट में 52 पंचायतों को शामिल किया गया है। यह स्वच्छता के साथ-साथ सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार ला सकता है। इसी विषय को केंद्र कर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। डीआरडीए के अधिकारी, बीडीओ, सरपंच, कार्यकारी अधिकारी, यूएनडीपी और डीएमएफ के कर्मचारी प्रशिक्षण में हिस्सा ले रहे हैं। कोरोना काल में कलाकारों के साथ खड़ा जिला प्रशासन : कोरोना संक्रमण के चलते सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर पाबंदी लगी है। इससे लोक कलाकारों का रोजगार छिन गया है। उन्हें रोजगार देने के लिए जिला प्रशासन की ओर से जागरूकता कार्यक्रमों में नियोजित किया जा रहा है। कोरोना व सरकारी योजनाओं पर जागरूकता के लिए नुक्कड़ नाटक, गीत संगीत के जरिए विभिन्न क्षेत्रों में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसके जरिए कलाकार लोगों को जागरूक कर रहे हैं। इसमें 15 हजार लोक कलाकारों को नियोजित करने से उन्हें रोजगार मिला है।
जिलापाल निखिल पवन कल्याण के अनुसार, कोरोना काल में सभी सार्वजनिक उत्सव, पर्व त्योहार पर पाबंदी है। लोक कलाकारों को काम नहीं मिलने के कारण उनकी आर्थिक हालत दयनीय हो गई है। इन लोगों को काम देने के लिए जिला प्रशासन की ओर से सरकार की विभिन्न योजनाओं के साथ-साथ कोरोना से बचाव के उपाय, टीकाकरण संबंधित जागरूकता कार्यक्रम में उन्हें नियोजित किया गया है। जिला खनिज कोष एवं ओडिशा खान क्षेत्रांचल विकास कार्पाेरेशन के कोष से सात सौ से अधिक कला सांस्कृतिक दलों को नियोजित किया गया है। इसमें 15 सौ से अधिक कलाकार जुड़े हैं। 17 ब्लाक में 17 सौ से अधिक गांव, दुर्गम बस्ती, मोहल्ले में इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। आगामी दिनों में इसे और विस्तार दिया जाएगा। लॉकडाउन के दौरान रोजगार के साथ-साथ लोगों को राशन एवं आर्थिक सहायता भी मुहैया कराई जा रही है।