असाध्य रोगों के इलाज में प्राकृतिक चिकित्सा मददगार
ओसीएल कैंपस में विगत 40 साल से प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र चलाने वाले ड
संवाद सूत्र, राजगांगपुर : ओसीएल कैंपस में विगत 40 साल से प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र चलाने वाले डॉ. राधेश्याम वर्मा ने असाध्य बीमारियों के इलाज में प्राकृतिक चिकित्सा को मददगार बताया है। उनका दावा है कि इस चिकित्सा पद्धति से असाध्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों का भी सफल इलाज किया जा सकता है। जिसमें उन्होंने प्राकृतिक चिकित्सा की मदद से कैंसर, वात, गठिया, स्पाइनल कोड समेत अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों का सफल इलाज करने का दावा किया है।
राजस्थान के लक्ष्मणगढ़ के मूल निवासी डॉ. शर्मा ने बताया कि वे इन बीमारियों का इलाज मिट्टी ,पानी, धूप, हवा, आकाश (उपवास)से करते हैं। वे स्वयं भी इतने फिट हैं कि 77 साल के होने के बाद भी वे किसी 30 साल के युवक की भांति चुस्त-दुरुस्त हैं। उनकी दिनचर्या में सुबह चार बजे उठकर लोगों को योगाभ्यास कराना शामिल है। जिसके लिए वे तैयार होकर चिकित्सा केंद्र पहुंचते हैं। जहां पर सुबह सात बजे से दोपहर 12 बजे तक मरीजों का इलाज करते हैं।
विगत चार दशक से यहां मरीजों की सेवा करने वाले डॉ. शर्मा मरीजों से भी फीस नाममात्र की लेते हैं। जिससे उनके केंद्र में इलाज कराने के लिए प्रत्येक दिन 40 से 50 मरीज पहुंचते है। उनका कहना है कि प्राकृतिक उपचार में इतनी शक्ति है कि कोई भी बीमारी ठीक हो सकती है।