सुंदरगढ़ जिले में मिले तीन कोरोना संक्रमित, स्वस्थ हुए 30
सुंदरगढ़ जिले से रविवार को तीन कोरोना पॉजिटिव सामने आए। इसके साथ की जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 126 हो गई है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले से रविवार को तीन कोरोना पॉजिटिव सामने आए। इसके साथ की जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 126 हो गई है। हालांकि इनमें से 111 मरीज ठीक होकर घर लौट चुके हैं। शेष 15 सक्रिय मरीजों को इलाज चल रहा है। रविवार को सामने आए तीन मरीजों में दो महिला व एक पुरुष है। महिलाएं मुंबई मुंबई से लौटने के बाद सबडेगा के अस्थायी चिकित्सा शिविर में क्वारंटाइन थीं। जबकि तीसरा व्यक्ति कोलकाता से लौटा था और उसे एनटीपीसी के कोविड सेंटर में रखा गया था। सभी को इलाज के लिए राउरकेला स्थित कोविड अस्पताल भेज दिया गया है। वहीं राउरकेला कोविड अस्पताल में इलाजरत 30 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद छुट्टी दे दी गई है।
कोरोना योद्धा से दुर्व्यवहार का आरोप
कोरोना महामारी के दौरान राज्य सरकार ने सरपंच को जिलापाल का अधिकार प्रदान किया है। इस दौरान इन लोगों को पहली कतार में रखा गया है। इसके बावजूद एक वरिष्ठ ओएएस अधिकारी द्वारा सरपंच से दुर्व्यवहार किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। सरपंच ने मुख्यमंत्री को एक पत्र लिख कर घटना से अवगत कराते हुए अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। कलुंगा (क) पंचायत के सरपंच राम माझी को क्षेत्र में कोरोना नियंत्रण, क्वारंटाइन केंद्र सहित टीएमसी संचालन का अधिकार दिया गया है। इसके तहत सरपंच अपना कार्य कर रहे है। सरपंच राम माझी के अनुसार, विगत तीन जून को लाठीकटा ब्लॉक के बीडीओ ने उन्हें फोन कर पानपोष समन्वित आदिवासी संस्था के परियोजना प्रशासक अरुण कुमार मल्लिक के उनके पंचायत के दौरे पर आने की जानकारी दी थी। बताया था कि वह दौरे में क्षेत्र के क्वारंटाइन सेंटर में रहने वाले लोगों को दिए जाने वाले पके खाद्य की जांच करेंगे। इसी सूचना पर वह अरुण कुमार मल्लिक का स्वागत करते हुए पंचायत कार्यालय तक लाए थे। इस दौरान अचानक पीएआइटीडीए अरुण ने सरपंच के साथ दुर्व्यवहार करने के साथ उन्हें भला- बुरा कहा था। पीएआईटीडीए के इस व्यवहार के कारण सरपंच और वहां मौजूद लोग आक्रोशित हो गए थे लेकिन समझा कर मामला शांत शांत किया गया। इस संबंध में सरपंच ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक समेत पंचायतीराज मंत्री, सुंदरगढ़ जिलापाल और राउरकेला अतिरिक्त जिलापाल को पत्र लिखकर घटना से अवगत कराते हुए कार्रवाई करने की मांग की है।