गरियामुंडा में बच्ची की मौत के बाद ग्रामीणों में उबाल
कुतरा थाना अंतर्गत रायगाकछार पंचायत के गरियामुंडा में सोमवार की
संवाद सूत्र, राजगांगपुर: कुतरा थाना अंतर्गत रायगाकछार पंचायत के गरियामुंडा में सोमवार की शाम डंपर की टक्कर से मासूम बच्ची की मौत को लेकर ग्रामीणों में उबाल है। जिसमें ग्रामीणों ने 15 लाख रुपये मुआवजा की मांग पर मंगलवार की सुबह से बच्ची की लाश के साथ रास्ता जाम कर दिया था। वहीं यह वाहन टिस्को कंपनी का होने से डिवीजनल मैनेजर राजेश कुमार श्रीवास्तव वहां पहुंचे थे। लेकिन 15 लाख रुपये मुआवजे की मांग सुनकर वापस लौट गए। इसी बीच ग्रामीणों ने मुआवजे की रकम घटाकर सात लाख रुपये कर दी है। लेकिन इसके बाद भी कंपनी का कोई पदाधिकारी वहां नहीं पहुंचा था। दूसरी ओर कुतरा पुलिस समेत स्थानीय तहसीलदार ग्रामीणों को समझाने में लगे हैं। हालांकि इसका कोई नतीजा नहीं निकला था।
इस रास्ता जाम आंदोलन में शामिल ग्रामीणो का कहना है कि इस सड़क पर सुबह छह से शाम छह बजे तक भारी वाहनो की आवाजाही होती है। जिसमें टिस्को कंपनी से सोनाखान साइ¨डग तक ज्यादा से ज्यादा ट्रीप मारने के चक्कर में चालक वाहन काफी तेजी से चलाते हैं। जिससे दुघर्टना की संभावना लगी रहती है। जबकि यहां पर कई स्कूल हैं, जहां के बच्चे इस मार्ग से आना-जाना करते है। जिस कारण सोमवार की शाम जिस प्रकार टिस्को कंपनी में चलने वाले डंपर की चपेट से स्कूली छात्रा नम्रता लाकड़ी की असामयिक मौत हुई है। वैसा हादसा दोबारा भी हो सकता है। जिससे ग्रामीणों ने यहां पर दुघर्टना रोकने प्रभावी पहल करने समेत मृत छात्रा के परिजनों को सात लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग पर रास्ता जाम आंदोलन जारी रखा है। लेकिन समाचार लिखे जाने तक मुआवजे को लेकर कोई पहल न होने से ग्रामीणों में तनाव भी देखा जा रहा था। तनाव को देखते हुये यहां व्यापक पुलिस फोर्स भी तैनात की गई है।