तालडीह जंगल में बीमार दंतैल हाथी की मौत
सुंदरगढ़ जिले के बणई अनुमंडल अंतर्गत बरसुआं रेंज के तालडीह जंगल में घायल व बीमार हाथी ने दम तोड़ दिया।
संवादसूत्र, लहुणीपाड़ा : सुंदरगढ़ जिले के बणई अनुमंडल अंतर्गत बरसुआं रेंज के तालडीह जंगल में घायल एवं बीमार गजराज ने अंतत: दम तोड़ दिया। उसके इलाज में जुटे वन विभाग एवं पशु चिकित्सा विभाग का प्रयास काम नहीं आया। पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे जंगल में ही दफना दिया गया। बरसुआं रेंज के तोड़ा रिजर्व जंगल में तालडीह के पास 18 हाथियों का झुंड था। इनमें से करीब तीस साल उम्र का एक दंतैल हाथी घायल एवं बीमार था। झुंड के अन्य हाथी उसे छोड़ कर चले गए। ग्रामीणों से सूचना मिलने के बाद 23 दिसंबर को बणई एसीएफ जोहना ओराम की अगुवाई में रेंज आफिसर नवीन चंद्र प्रधान, फॉरेस्टर धरणीधर साहू, नारायण बेहरा 15 सदस्यीय टीम ने मौके पर पहुंची तथा पशु चिकित्सक डॉ. सुधाकर बेहरा ने उसका इलाज शुरू किया। हाथी के शरीर में चोट होने के साथ-साथ वह बीमार था जिससे उसकी हालत गंभीर थी और वह चलने-फिरने में असमर्थ था। इसके बावजूद वन विभाग की टीम ने अपना प्रयास जारी रखा और उसे जरूरत के मुताबिक दवा दी जा रही थी। इसी बीच 24 दिसंबर की रात को उसकी मौत हो गयी। डीएफओ सुधांशु शेखर खोरा, एसीएफ जोहना ओराम, स्थानीय सरपंच आदि की मौजूदगी में उसका पोस्टमार्टम कराकर उसे दफना दिया गया। हाथी के मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है।