जिला कलेक्टर अब सीधे रखेंगे प्याज की कीमत पर नजर
सुंदरगढ़ जिला कलेक्टर अब प्याज की कीमत की सीधे निगरानी करेंगे। साथ ही लोगों को उचित मूल्य पर प्याज उपलब्धता सुनिश्चित कराएंगे।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिला कलेक्टर अब प्याज की कीमत की सीधे निगरानी करेंगे। साथ ही लोगों को उचित मूल्य पर प्याज उपलब्धता सुनिश्चित कराएंगे। खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता कल्याण विभाग के सचिव से मिले निर्देश के बाद नियमित रूप से संग्राहकों के थोक और खुदरा व्यापार परिसर का निरीक्षण करने की योजना कलेक्टर की ओर से तैयार की गई है। इसके लिए क्षेत्र के अधिकारियों का सहयोग लिया जा रहा है ताकि ग्राहकों को उचित मूल्य पर प्याज की उपलब्धता सुनिश्चित हो। जिला प्रशासन के लिए जिले में प्याज की बढ़ती कीमतें चिता का विषय बन गई है। एक माह पूर्व भी प्याज की कीमत में उछाल आया था। उस समय प्रशासन ने प्याज के खुदरा व थोक मूल्य निर्धारित करने के साथ इसकी कोताही करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी थी।
खरीद वाले राज्यों में फसल खराब होने के कारण कीमत बढ़ी : खरीद वाले राज्यों में फसल खराब होने के कारण राउरकेला को प्याज की कमी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी राष्ट्रीय पर है। लेकिन कुछ व्यापारी उच्च मुनाफाखोरी का सहारा लेकर इसके दामों को और इजाफा करने में लगे है। बाजारों में प्याज की बढ़ती कीमत ने उपभोक्ताओं की जेब में छेद कर दिया है। महज एक सप्ताह के अंतराल में प्याज की कीमत में लगभग 80 फीसद की वृद्धि ने उपभोक्ताओं के आंखों में आंसू ला दिए हैं। एक हफ्ते पहले जो प्याज 50 रुपये किलो बिक रहा था उसकी कीमत अब 90 रुपये किलो हो गई है।
दीवाली के बाद कीमत में कमी आने की उम्मीद : व्यापारियों का कहना है कि भारी बारिश ने नासिक, महाराष्ट्र, कर्नाटक और मध्य प्रदेश समेत अन्य प्रमुख प्याज उत्पादक क्षेत्रों में खड़ी खरीफ फसलों को नुकसान पहुंचाया, जो राउरकेला में दर में बढ़ोतरी के पीछे का मुख्य कारण है। इस बीच थोक कीमतों में बढ़ोतरी ने भी सब्जी की खुदरा दर में वृद्धि की है।
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दीवाली के बाद ही प्याज की कीमत में कोई राहत की उम्मीद की जा सकती है। दीपावली के बाद, प्याज की एक नई फसल नासिक से निकलती है, इसलिए हमें उम्मीद है कि यह स्थिति को बिगड़ने से रोक सकती है।
दिलीप साहू, थोक विक्रेता