सुंदरगढ़ जेल में बंद विचाराधीन कैदी की मौत
शराब का अवैध कारोबार करने के आरोप में सुंदरगढ़ जेल में बंद विचाराधीन कैदी भस्मा थाना क्षेत्र के देवली गांव निवासी संतोष मुंडा की मंगलवार को मौत हो गई।
जागरण संवाददाता, राउरकेला : शराब का अवैध कारोबार करने के आरोप में सुंदरगढ़ जेल में बंद विचाराधीन कैदी भस्मा थाना क्षेत्र के देवली गांव निवासी संतोष मुंडा की मंगलवार को मौत हो गई। जेल में संतोष की तबीयत बिगड़ने पर उसे गंभीर हालत में इलाज के लिए बुर्ला अस्पताल ले जाया गया था जहां मंगलवार की सुबह उसने दम तोड़ दिया। आबकारी टीम ने गिरफ्तारी के बाद संतोष को प्रताड़ित किया था, इस कारण उसकी मौत होने का आरोप पत्नी द्वारा लगाया गया है। इस संबंध में मृतक की पत्नी ने टांगरपाली थाने में शिकायत भी दर्ज करायी है।
मृतक की पत्नी सरोजिनी नेउरा ने बताया है कि विगत 15 फरवरी को सुबह करीब साढ़े साते बजे संबलपुर आबकारी यूनिट ने देवली गांव स्थित संतोष के घर में छापेमारी की थी। इस छापेमारी में घर से शराब बरामद नहीं होने के बावजूद विभागीय टीम उसे घसीटते हुए घर से ले गई थी। हमारे विरोध करने के बावजूद आबकारी विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों ने एक नहीं सुनी। गिरफ्तार करने के बाद संतोष को कोर्ट में पेश किया गया था। जमानत नहीं मिलने के कारण उसे न्यायिक हिरासत में सुंदरगढ़ जेल भेज दिया गया। मंगलवार की सुबह बुर्ला अस्पताल में इलाज के दौरान संतोष की मौत होने की जानकारी जेल प्रबंधन ने दी थी। सरोजिनी ने मांग की है कि उसके पति की मौत के मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए तथा उसे इसके लिए मुआवजा दिया जाए।
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सोमवार की रात एक बजे अचानक संतोष की तबीयत बिगड़ गई। उसे इलाज के लिए सुंदरगढ़ जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां से भोर तीन बजे उसे बुर्ला अस्पताल रेफर कर दिया गया था। जहां इलाज के दौरान मंगलवार को उसकी मौत हो गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामला स्पष्ट हो पाएगा।
चितरंजन पात्रा, जेलर, सुंदरगढ़ जेल