डालमिया फाउंडेशन के डिजिटल लर्निंग लैब का शुभारंभ
सीखने की प्रक्रिया में ई-शिक्षा के माध्यम से डिजिटल परिवर्तन की गति को तेज करते हुए डालमिया भारत समूह की इकाई डालमिया फाउंडेशन ने एचपी इंडिया के साथ साझेदारी में एचपी वर्ल्ड ऑन व्हील्स (डब्ल्यूओडब्ल्यू) नाम से एक डिजिटल लर्निग लैब की शुरुआत की है।
संवाद सूत्र, राजगांगपुर : सीखने की प्रक्रिया में ई-शिक्षा के माध्यम से डिजिटल परिवर्तन की गति को तेज करते हुए डालमिया भारत समूह की इकाई डालमिया फाउंडेशन ने एचपी इंडिया के साथ साझेदारी में एचपी वर्ल्ड ऑन व्हील्स (डब्ल्यूओडब्ल्यू) नाम से एक डिजिटल लर्निग लैब की शुरुआत की है। यह लैब सौर ऊर्जा संचालित बस है। इसे डिजिटल साक्षरता और उद्यमिता प्रशिक्षण के उद्देश्य से तैयार किया गया है। इंटरनेट से लैस उक्त लैब के पाठ्यक्रम को डालमिया भारत फाउंडेशन द्वारा डिजाइन किया गया है। ताकि आम आदमी को बुनियादी स्तर की जानकारी उपलब्ध कराई जा सके। कोर्स पूरा करने के बाद शिक्षार्थी बुनियादी उद्देश्यों के लिए कंप्यूटर का उपयोग कर अपने निजी/कारोबारी पत्र तैयार कर सकेगा। साथ ही इंटरनेट पर विविध सामग्री तलाशने, मेल भेजने और इंटरनेट बैंकिग सेवाओं का उपयोग करने आदि में सक्षम होगा। इससे छोटे कारोबारी समुदाय, एसएचजी को कंप्यूटर का उपयोग करके अपने छोटे खाते को बनाए रखने और सूचना प्रौद्योगिकी की दुनिया में शामिल होने का मौका मिलेगा। इस पहल का उद्देश्य ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में प्रति वर्ष 1000 से अधिक लाभार्थी, एसएचजी सदस्य और युवाओं को कंप्यूटर शिक्षा प्रदान करना है। इसके मार्फत नागरिक सेवाओं जैसे आधार कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविग लाइसेंस, भूमि रिकार्ड, वित्तीय समावेसन और अन्य समूहों के लिए वीडियो कांफ्रेसिंग आदि को भी सपोर्ट प्रदान किया जाएगा।
लैब का उद्घाटन सुंदरगढ़ जिला पुलिस अधीक्षक सागरिका नाथ ने किया। इस अवसर पर सुनील गुप्ता, पूर्वांचल उत्पादन प्रमुख, डालमिया सीमेंट (भारत) लिमिटेड सहित डीसीबीएल, राजगंगपुर इकाई के वरिष्ठ प्रबंधन सहयोगी सहित प्रशासनिक अधिकारी, पीआरआई सदस्य, स्कूल के शिक्षक और छात्र मौजूद थे ।
इस मौके पर डालमिया सीमेंट के पूर्वांचल उत्पादन प्रमुख सुनील गुप्ता ने कहा कि अगर इस महामारी ने हमें कुछ सिखाया है, तो वह है डिजिटल राह पर आगे बढ़ना। आज हमें शिक्षा, प्रशिक्षण और विकास सहित सभी क्षेत्रों में डिजिटल परिवर्तन को अपनाने और नई डिजिटल दुनिया बनाने की आवश्यकता है। डालमिया समूह ने खुद को समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास और समाज की बेहतरी के लिए समर्पित किया है। प्रशिक्षण की यह सुविधा निश्शुल्क होगी और जाति, धर्म और लिग संबंधी किसी भेदभाव के बिना कोई भी इस प्रशिक्षण सुविधा का लाभ उठा सकता है। सरकार के स्किल इंडिया मिशन के साथ, हमारा उद्देश्य राष्ट्र निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को नए सिरे से रेखांकित करना है।
एसपी सागरिका नाथ ने कहा, मैं राजगंगपुर में डिजिटल लर्निंग लैब वर्ल्ड ऑन व्हील्स खोलने के लिए डालमिया भारत फाउंडेशन के प्रयासों की सराहना करती हूं। यह लैब एक सौर ऊर्जा चालित बस में वीडियो कांफ्रेसिंग और इंटरनेट सुविधा से सुसज्जित है। निश्चित तौर पर इस पहल से बच्चों और युवाओं दोनों को शिक्षा और जानकारी हासिल होगी, इसका समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा, खासकर ऐसे माहौल में जबकि समाज एनालॉग से डिजिटल परिवर्तन की ओर बढ़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि इनफॉर्मेशन टेक्नोलाजी की सुविधाओं से युक्त यह 15 सीटर एचपी डब्ल्यूओडब्ल्यू वाहन सौर ऊर्जा से संचालित है तथा एचपी कंप्यूटिग और प्रिटिग उपकरण के साथ-साथ कई सॉफ्टवेयर्स और ई-लर्निंग टूल्स से लैस है। इस तरह की 6 प्रयोगशालाएं कोल्हापुर-महाराष्ट्र, कडप्पा-आंध्र प्रदेश, सीतापुर-उत्तर प्रदेश, बोकारो-झारखंड, कल्याणपुर-बिहार, और पूर्वी जंतिया हिल्स-मेघालय में 14000 स्कूली बच्चों और युवाओं को कवर कर रही हैं। डिजिटल लिटरेसी कोर्स में छात्रों को जीके, विज्ञान, साहित्य आदि से संबंधित विषय की सामग्री को डाउनलोड करने और इसके प्रिटआउट लेने की अनुमति मिलती है, ताकि वे अपने ज्ञान के स्तर को और बढ़ा सकें।
एचपी इंडिया की तकनीकी विशेषज्ञता और डालमिया भारत समूह की कॉर्पोरेट सिटीजनशिप की विरासत को मिलाकर, यह प्रयोगशाला स्कूल, कॉलेज जाने वाले छात्रों, बेरोजगार युवाओं और महिलाओं के लिए विशेष तौर पर उपयोगी साबित होगी। इस पहल के माध्यम से समाज के वंचित समुदायों में नए अवसर पैदा किए जा सकेंगे और युवाओं को बेहतर भविष्य बनाने और डिजिटल दुनिया के माध्यम से समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए सशक्त करेगी। यह कोशिश डिजिटल रूप से संचालित अर्थव्यवस्था के निर्माण के लिए सरकार की डिजिटल इंडिया पहल को भी सपोर्ट करती है।