पहले मुखी से कलेत फिर अहिल्या बन गई रूमा
शहर के बागीचापाड़ा क्षेत्र के वार्ड नंबर छह में किराए के मकान में रहने वाली रूमा कलेत ने जीवन में आई समस्याओं से निजात पाने के लिए कई हथकंडे अपनाए।
संसू, राजगांगपुर : शहर के बागीचापाड़ा क्षेत्र के वार्ड नंबर छह में किराए के मकान में रहने वाली रूमा कलेत ने जीवन में आई समस्याओं से निजात पाने के लिए कई हथकंडे अपनाए। रघुनाथपाली थाना में दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार स्थानीय तालिकीपाड़ा निवासी दिवंगत नानू मुखी की पुत्री रूमा मुखी ने पानपोष निवासी राजकपूर कलेत से शादी की थी। उनके तीन बच्चे हैं। जिनका नाम भारती कलेत, अभिमन्यु कलेत व सोनू कलेत है। शादी के बाद उनका टाइटल मुखी से बदल कर कलेत हो गया तथा वह पानपोष में रहने लगी। पति राजकपूर की मृत्यु के बाद, रूमा कलेत दिसंबर 2015 में राजगांगपुर के बागीचापाड़ा में आकर एक किराए के मकान में रहने लगी। आरोप है कि इसी दौरान रूमा ने भारतीय सेना में कार्यरत सूबेदार नायक शिवप्रसाद बारिक को अपने प्रेम जाल में फांस लिया। इसका फायदा उठाते हुए महिला ने शिव प्रसाद से तीन लाख रुपये का कर्ज लिया। जिसे वापस नहीं किया और हड़प गई। इतना ही नहीं सूबेदार के कई दस्तावेज भी उसने पास रख लिया। इसी बीच 2018 में सूबेदार नायक का शिवप्रसाद का निधन होने पर रूमा खुद को उनकी पत्नी अहिल्या के तौर पर परिचय देने लगी। यहां तक की उसने अहिल्या बारिक के नाम पर आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक की पासबुक तक बनवा लिया और बच्चों व परिचितों के साथ विगत जून में पानपोष स्थित बैंक जाकर दिवंगत शिव प्रसाद की पेंशन पर भी दावा ठोक दिया। इस दौरान महिला ने बैंक में हंगामा भी मचाया। इसी बीच रूमा की हरकतों का पता शिवप्रसाद की पत्नी अहिल्या बारिक को चलने पर उन्होंने रघुनाथपाली थाना पहुंचकर इस संबंध में लिखित शिकायत दर्ज कराई। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस पर अहिल्या बारिक ने एसपी का दरवाजा भी खटखटाया लेकिन अबतक पुलिस की ओर कोई पहल नहीं हुई है।