चार लाख मुआवजा पर सहमति के बाद उठा बच्ची का शव
कुतरा थाना अंतर्गत रायकागच्छार पंचायत के गरियामुंडा गांव में दुर्घटना में मृत ब्रच्ची के परिजनों को चार लाख रुपये मुआवजा पर सहमति बनने के बाद ग्रामीणों ने अपना आंदोलन वापस लिया।
संवाद सूत्र, राजगांगपुर : कुतरा थाना अंतर्गत रायकागच्छार पंचायत के गरियामुंडा गांव में दुघर्टना में मृत बच्ची के परिजनों को चार लाख रुपये मुआवजा पर सहमति बनने के बाद ग्रामीणों ने अपना आंदोलन वापस लिया। इससे करीब 30 घंटे के बाद मृत बच्ची की लाश वहां से उठायी गयी।
बीते सोमवार की शाम साइकिल से ट्यूशन जा रही दस वर्षीय नम्रता लकड़ा को डंपर ने टक्कर मारने मौत हो गयी थी। इस दुर्घटना में उसका भाई बाल-बाल बचा था। इस घटना के बाद उत्तेजित लोगों ने बच्ची के परिजनों को पहले 15 लाख, बाद में सात लाख रुपये मुआवजा की मांग करते हुए लाश के साथ सड़क को जाम रखा था। मंगलवार की रात दस बजे ग्रामीणों एवं टिस्को कंपनी के बीच चार लाख रुपये मुआवजा देने पर सहमति बनने के बाद बच्ची का शव सड़क से उठाया गया। कुतरा तहसीलदार एवं कुतरा थाना प्रभारी सहित एसडीपीओ बिजय कुमार नंद की मौजूदगी में मुआवजे पर सहमति बनी। साथ ही ग्रामीणो ने इस मार्ग पर सुबह 8 से 10 बजे एवं शाम को 4 से 6 बजे दो घंटे नो एंट्री रखने की मांग भी पूरी करने का भरोसा दिया गया है। बुधवार की सुबह गमगीन माहौल में मृत बच्ची का अंतिम संस्कार किया गया।