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यीशु विश्वासियों का बड़ा केंद्र भला गड़ेरिया चर्च

सुंदरगढ़ जिले के बंडामुंडा डुमेरता स्थित भला गरेडिया कैथलिक चर्च आसपास के 19 गांवों के1261 परिवार के 5

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 Dec 2019 11:16 PM (IST)Updated: Wed, 18 Dec 2019 06:20 AM (IST)
यीशु विश्वासियों का बड़ा केंद्र भला गड़ेरिया चर्च
यीशु विश्वासियों का बड़ा केंद्र भला गड़ेरिया चर्च

अशोक महतो, बंडामुंडा

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सुंदरगढ़ जिले के बंडामुंडा डुमेरता स्थित भला गरेडिया कैथोलिक चर्च आसपास के 19 गांवों के करीब 1261 परिवारों के आस्था का बड़ा केंद्र है। इन गावों के लोग चर्च में अपने पापों की क्षमा तथा जीवन को उज्ज्वल बनाने के लिए हर रविवार को प्रार्थना के लिए पहुंचते हैं। यहां क्रिसमस के साथ अन्य त्योहार के मौके सैकड़ों की संख्या में लोग जुटते हैं। भला गड़ेरिया चर्च बंडामुंडा राउरकेला धर्म प्रांत के 43 पारिस (बड़ा गिरिजाघर) में से एक है। 1918 से 1968 तक पचास साल तक यह हमीरपुर पल्ली का अंश था। 1968 में भला गड़ेरिया कैथोलिक चर्च बंडामुंडा को पारिस का दर्जा मिला एवं इसके पहले पुरोहित फादर मरियन जेलाजेक एवीडी थे। जो 21 मार्च 1950 को पोलैंड से ओडिशा आए थे। उन्होंने अपने 25 साल का जीवन हमीरपुर और बंडामुंडा में ही गुजारा।

पारिस बनने से पहले डुमरेता स्कूल में था मिट्टी से बना चर्च

इस चर्च के पारिस बनने से इस क्षेत्र के लिए पहले मिट्टी से निर्मित गिरजाघर डुमेरता स्कूल में था। वर्तमान पारिस गिरजाघर को फादर मरियन ने ही बनवाया। 1975 तक वे भला गड़ेरिया कैथोलिक चर्च बंडामुडा पारिस के पल्ली पुरोहित रहे। फादर मरियन के प्रयास से 1973 में पवित्र आत्मा समाज के धर्म बहनों का आगमन हुआ। वर्तमान सिस्टर प्रार्थना, पारिस के काम के साथ साथ शिक्षा, महिला एवं बच्चों के विकास के लिए समर्पण भाव से काम कर रही हैं।

लोगों की आर्थिक दशा सुधारने के लिए किया सेवा कार्य

फादर मरियन के प्रार्थना और सेवामय जीवन से बंडामुंडा से जराईकेला तक के सभी धर्म, जाति एवं समाज के लोग प्रभावित थे। उन्होंने उनकी आर्थिक दशा सुधारने के लिए कई तरह के काम किए। जिसके फलस्वरूप क्षेत्र के लोग भी फादर मरियन को यीशु को हमारे चरवाहा की तरह मानते थे। इनका प्रभाव बंडामुंडा पारिस क्षेत्र में बढ़ता एवं फैलता गया। फादर मरियन ने पल्ली के लोगों को आध्यात्मिक जरूरतों को पूरा करने के लिए संस्कार प्रदान करने, धर्म एवं स्कूली शिक्षा, विभिन्न प्रकार की परिस्थिति एवं आवश्यकता के अनुसार सेमीनार, प्रशिक्षण, सलाह सुझाव के लिए कलिशिया सेवा पहुंचने के लिए 15 जन पल्ली पुरोहित एवं 21 सहायक पुरोहितों की नियुक्ति की। जिनमें फादर जोन जामरिक, फादर पिटर, फादर फ्रांसिस पेलजर, फादर पिटर डी कुन्हा, फादर जोमोन, फादर सेंटालियस बेडानयाग्याम, फादर फेडरिक सांथुम्योर, फादर वेलेंटाइन सोरेन, फादर हरमन मिज, फादर जोसफ टोप्पो, फादर रंजीत केरकेटा, फादर इसिदोर किडो, फादर हेरमन मिज शामिल हैं। वर्तमान में फादर हेरमन मिज और फादर रेमेजियूस सोरेंग पल्ली का कार्यभार संभाल रहे हैं।

नौ दिन तक विशेष प्रार्थना का आयोजन :

बंडामुंडा चर्च में 17 दिसंबर से नौ दिन तक विशेष प्रार्थना का आयोजन किया जा रहा है। क्रिसमस के मौके पर गिरजाघर को खास तरह से सजाया जा रहा है। 24 दिसंबर को रात 9.30 बजे से क्रिसमस का त्योहार धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दिन चर्च को फूलों से सजाया जाएगा। यीशु के जन्म के दृश्य, सुसज्जित चरनी को भी झांकी के जरिए दर्शाया जाएगा।

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वर्तमान में देश और समाज तथा व्यक्तिगत जीवन में हर तरह की बुराई एवं पाप को विनाश करने के लिए हम प्रार्थना करते हैं। अपने जीवन और दुनिया में शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। दया और भले कामों से अपने दिल और आत्मा में ईश्वर की जगह बनाते हैं। क्रिसमस में हम ईश्वर मानव रूप धरती में आते हैं। उसे मानते हैं यानि प्रभु यीशु ºीस्ट जन्म दिन मनाते हैं। ये त्योहार प्रेम, शांति एवं भाईचारा का पर्व है।

- फादर हेरमन मिज, बंडामुंडा चर्च


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