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वकीलों का दो दिवसीय पश्चिम ओडिशा महाबंद 29 नवंबर से

पश्चिम ओडिशा वकील संघ समूह केंद्रीय क्रियानुष्ठान कमेटी ने 29 और 30 नवंबर को पश्चिम ओडिशा में महाबंद का एलान किया है।

By Edited By: Published: Wed, 14 Nov 2018 04:23 PM (IST)Updated: Thu, 15 Nov 2018 08:44 AM (IST)
वकीलों का दो दिवसीय पश्चिम ओडिशा महाबंद 29 नवंबर से
वकीलों का दो दिवसीय पश्चिम ओडिशा महाबंद 29 नवंबर से

संबलपुर, जेएनएन। पश्चिम ओडिशा में हाईकोर्ट की स्थायी खंडपीठ स्थापित किए जाने की मांग को लेकर जारी वकीलों का आंदोलन दिन-प्रतिदिन तेज होता जा रहा है। पिछले दो महीने से जारी आंदोलन के बावजूद सरकार का रवैया स्पष्ट नही होने से वकीलों ने मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने निर्णय का मामला अब गहराता जा रहा है। सोमवार को पश्चिम ओडिशा वकील संघ समूह केंद्रीय क्रियानुष्ठान कमेटी (सीएसी) ने बैठक कर 29 और 30 नवंबर को पश्चिम ओडिशा में महाबंद के साथ 19 से 30 नवंबर तक राज्य एवं केंद्र के सभी दफ्तरों को बंद करने का निर्णय लेकर सरकार का सिरदर्द बढ़ा दिया है।

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उल्लेखनीय है कि संबलपुर में जिला वकील संघ 5 सितंबर से कामबंद आंदोलन चला रहा है। इस आंदोलन की वजह से न्यायिक व्यवस्था के साथ ही राजस्व विभाग के विभिन्न कार्यालयों का कामकाज बुरी तरह से प्रभावित है। जेलों में बंद कैदियों को जमानत तक नही मिल पा रही है। इससे जेलों में कैदियों की संख्या क्षमता से कई गुना ज्यादा हो गई है। बरगढ़ जिला के अताबीरा में सोमवार को हुई सीएसी की बैठक में पश्चिम ओडिशा के विभिन्न जगहों से वकीलों ने हिस्सा लिया। कमेटी के संयोजक अशोक दास की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सदस्यों ने अफसोस जताया कि स्थायी खंडपीठ की मांग को लेकर वर्षो से वकीलों का आंदोलन जारी रहने के बावजूद सरकार कोई उचित कदम नही उठा रही है।

ओडिशा और केंद्र सरकार एक-दूसरे पर जिम्मेदारी सौंपते रहे है। ऐसे में जब तक स्थायी खंडपीठ की मांग पूरी नहीं होगी तब तक कामबंद आंदोलन जारी रखा जाएगा। अब इस आंदोलन को अधिक तेज करने के लिए 19 से 30 नवंबर तक राज्य और केंद्र सरकार के सभी कार्यालयों का कामकाज ठप कर दिया जाएगा। जबकि 29 और 30 नवंबर को पश्चिम ओडिशा में महाबंद आहूत किया गया है। अगर इस दौरान सरकार खंडपीठ की मांग को लेकर सार्थक कदम उठाने पर आंदोलन को नरम किया जाएगा और कमेटी का प्रतिनिधि दल भुवनेश्वर और नई दिल्ली जाकर इस मांग पर सरकार से चर्चा करेगी। कमेटी की अगली बैठक आगामी 16 दिसंबर को राजगांगपुर में होगी जिसमें आंदोलन की समीक्षा के बाद आगे की रणनीति बनायी जाएगी।

संबलपुर में खंडपीठ पर आपत्ति नहीं वर्ष 2007 में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक द्वारा पश्चिम ओडिशा के संबलपुर और दक्षिण ओडिशा के ब्रह्मापुर में स्थायी खंडपीठ स्थापित किए जाने का प्रस्ताव ग्रहण किया गया था। खंडपीठ के स्थान को लेकर केंद्रीय क्रियानुष्ठान कमेटी ने पश्चिम ओडिशा की भौगोलिक स्थिति के आधार पर स्थान निर्धारित करने पर जोर देता रहा है। लेकिन, सोमवार की बैठक में इसके लिए संबलपुर का नाम सामने आया। बैठक में देवगढ़, सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा, राजगांगपुर, कु¨चडा, रेढ़ाखोल, सोनपुर, बीरमहाराजपुर, बरपाली, बिनिका, अताबिरा, रामपुर वकील संघ के सदस्यों ने संबलपुर में स्थायी खंडपीठ पर कोई आपत्ति नहीं जतायी। इस बारे में एक बार फिर विस्तृत चर्चा की जानी है।


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