Odisha: बेरोजगारों से डेढ़ करोड़ रुपये की ठगी के आरोप में दो गिरफ्तार
Odisha नौकरी दिलाने के नाम पर 38 बेरोजगार उम्मीदवारों से एक करोड़ 47 लाख रुपये की ठगी और जालसाजी करने के आरोप में ओडिशा क्राइम ब्रांच की आर्थिक अपराध शाखा ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
संबलपुर, संवाद सूत्र। पुलिस विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर 38 बेरोजगार उम्मीदवारों से एक करोड़ 47 लाख रुपये की ठगी और जालसाजी के आरोप में ओडिशा क्राइम ब्रांच की आर्थिक अपराध शाखा ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के बाद शुक्रवार को दोनों को भुवनेश्वर एसडीजेएम की अदालत में हाजिर कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। आर्थिक अपराध शाखा के डीआइजी जयनारायण पंकज के अनुसार, वर्ष 2013 में ओडिशा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन की ओर से ओडिशा कंबाइंड पुलिस सर्विसेस की परीक्षा हुई थी। इस परीक्षा में चयनित उम्मीदवारों का नाम दिसंबर, 2016 को प्रकाशित हुआ था। इसी के बाद खुद को ओडिशा गृह विभाग का वरिष्ठ अधिकारी बताने वाले भीमसेन महारणा और सहायक सेक्शन अधिकारी बताने वाले बैकुंठनाथ नायक ने परीक्षा के इंटरव्यू तक पहुंचकर उत्तीर्ण नहीं हो सकने वाले 38 उम्मीदवारों से ठगी की।
इस तरह की ठगी
अनुत्तीर्ण उम्मीदवारों को सप्लीमेंट्री लिस्ट जारी होने और उस लिस्ट में उनका नाम होने का झांसा देकर 38 उम्मीदवारों से 1.47 करोड़ रुपये ठग लिए। मई, 2020 से नवंबर, 2020 के दौरान यह रुपया वसूला गया, लेकिन सप्लीमेंटरी लिस्ट के जारी नहीं होने पर एक उम्मीदवार बादल कुमार राउल ने इस बारे में रिपोर्ट दर्ज करा दी। इसके बाद आर्थिक अपराध शाखा ने इस मामले की जांच पड़ताल करते हुए गृह विभाग के कथित वरिष्ठ अधिकारी भीमसेन महारणा और सेक्शन अधिकारी बैकुंठनाथ नायक को गुरुवार को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान आर्थिक अपराध शाखा को पता चला है कि भीमसेन ओडिशा उच्चशिक्षा विभाग का अधिकारी रह चुका है। आर्थिक अपराध शाखा ने बैकुंठनाथ के पास से 12 बैंक एटीएम समेत फर्जी परिचयपत्र आदि जब्त करने समेत उसका बैंक एकाउंट फ्रिज कर दिया है। आरोपितों से पूछताछ के दौरान इस मामले में बड़े खुलासे की उम्मीद है। इस मामले के हर पहलू की जांच की जा रही है। पीड़ितों से भी बात की जा रही है।