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टाटा व तुर्की की कंपनी मिलकर बनाएंगी तीसरा स्पीलवे

महानदी में बाढ़ के पानी को नियंत्रित करने के लिए छह दशक पहले निर्मित हीर

By JagranEdited By: Published: Sat, 15 Sep 2018 04:12 PM (IST)Updated: Sat, 15 Sep 2018 04:12 PM (IST)
टाटा व तुर्की की कंपनी मिलकर बनाएंगी तीसरा स्पीलवे
टाटा व तुर्की की कंपनी मिलकर बनाएंगी तीसरा स्पीलवे

संसू, संबलपुर : महानदी में बाढ़ के पानी को नियंत्रित करने के लिए छह दशक पहले निर्मित हीराकुद बांध में अब एक और स्पीलवे का निर्माण कराया जा रहा है। इसका निर्माणकार्य अक्टूबर माह के अंत में टाटा प्रोजेक्टस लिमिटेड और तुर्की का एज ग्रुप मिलकर करेगा। इसके लिए वन और पर्यावरण विभाग से मंजूरी मिल चुकी है और भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरू हो चुका है। जिस स्थान पर यह तीसरा स्पीलवे का निर्माण कराया जा रहा है वहां से करीब 200 मीटर दूर हीराकुद बांध के जलभंडार के पानी को रोका जाएगा। निर्माण कार्य को लेकर टाटा प्रोजेक्टस लिमिटेड और तुर्की के एज ग्रुप ने अपना कैंप बनाना शुरू कर दिया है।

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इस तीसरे स्पीलवे का निर्माण विश्व बैंक से मिलनेवाली राशि से किया जाएगा। जिसकी लागत 369.53 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस नए स्पीलवे के निर्माण के बाद हीराकुद बांध से प्रति सेकेंड तीन लाख घनफुट अधिक बाढ़ का पानी महानदी में छोड़ा जा सकेगा। इस तीसरे स्पीलवे के प्रोजेक्ट से जुड़े निर्वाही अभियंता बसंत राउत के अनुसार, चलित वर्ष अक्टूबर महीने के अंत तक इस तीसरे स्पीलवे का निर्माण कार्य गांधी मीनार से जमादारपाली वाले मार्ग पर किया जाएगा। पांच स्लुइस वाले इस स्पीलवे की लंबाई 91 मीटर और स्पीलवे चैनल की लंबाई 300 मीटर होगी। इससे स्पीलवे से निकलनेवाला पानी हीराकुद के राजीव गांधी पार्क के पास से होकर महानदी तक पहुंचेगा।

वर्तमान समय में हीराकुद बांध में दो स्पीलवे हैं। इन दोनों स्पीलवे में 64 स्लुइस और 34 क्रेस्ट गेट हैं जबकि तीसरे स्पीलवे में पांच स्लुइस गेट होंगे। निर्वाही अभियंता के अनुसार, वर्तमान हीराकुद बांध के दो स्पीलवे में कुल 98 क्रेस्ट और स्लुइस गेट हैं। इन गेटों से प्रति सेकेंड करीब 15 लाख घनफुट बाढ़ का पानी महानदी में छोड़ा जा सकता है। जबकि तीसरे स्पीलवे के पांच स्लुइस गेट के चालू हो जाने से और अधिक तीन लाख घनफुट बाढ़ का पानी छोड़ा जा सकेगा।


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