नक्सल प्रभावितों को जागरूक कर रही जिला पुलिस
नक्सल प्रभावित इलाकों में जिला पुलिस की ओर से जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन का आयोजन करने समेत नक्सलवाद से प्रभावित लोगों को वापस समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास शुरू किया गया है।
संसू, संबलपुर : नक्सल प्रभावित इलाकों में जिला पुलिस की ओर से जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करने समेत नक्सलवाद से प्रभावित लोगों को वापस समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास शुरू किया गया है। इसी के तहत कुचिडा, जमनकिरा और मानेश्वर ब्लॉक में नक्सल विरोधी जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
बुधवार को कुचिडा ब्लॉक के बड़मुंडालोई, जमनकिरा ब्लॉक के कदलीपाल और मानेश्वर ब्लॉक के धमा इलाके में पुलिस की ओर से नुक्कड़ नाटक के जरिए स्कूली बच्चों और ग्रामीणों को जागरूक किया गया। इस मौके पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने नक्सलियों के बहकावे में नहीं आने और समाज की मुख्यधारा से जुड़े रहने पर ही सबकी भलाई पर जोर दिया। इन कार्यक्रमों में स्थानीय थानेदार भी शामिल रहे।
बताया गया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य नक्सलवाद के खिलाफ लोगों को जागरूक करना है। बीते डेढ़ दशक के दौरान जिले के कई युवा नक्सलवाद से प्रभावित होकर संगठन में शामिल होकर अपना और समाज का अनिष्ट कर चुके हैं। बाद में नक्सलवाद से मोह भंग होने के बाद कई इनामी नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। ऐसे नक्सलियों के लिए सरकार की कई योजनाएं हैं जिसका लाभ उन्हें दिया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि संबलपुर जिला में 23 जनवरी 2003 को पहली नक्सली हिसा हुई थी। इस हिसा में जूजुमुरा ब्लॉक अंतर्गत मेघपाल पंचायत के पूर्व सरपंच कादर सिंह की निर्मम हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से जिले के कई थाना क्षेत्रों में नक्सली हिसा शुरू हो गई। इसके बाद नक्सल दमन अभियान शुरू हुआ और पिछले कुछ वर्षों से जिला में नक्सली घटना नहीं हुई है।