राष्ट्रीय नाट्य उत्सव श्री रंग समागम कल से
संबलपुर में तीसरी बार राष्ट्रीय नाट्य उत्सव का आयोजन किया जा रहा है।
संसू, संबलपुर : संबलपुर में तीसरी बार राष्ट्रीय नाट्य उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय और राज्य सरकार के भाषा, साहित्य और संस्कृति विभाग के तत्वावधान में 10 से 14 नवंबर तक झाड़ुआपाड़ा स्थित रंगमंच में बंगला, असमी, ¨हदी, ओड़िया और संबलपुरी भाषा के नाटकों का मंचन किया जायेगा। आयोजक श्री कल्चरल एसोसिएशन के अध्यक्ष सत्यरंजन बेहरा के अनुसार, 10 नवंबर की शाम 7 बजे नाट्य उत्सव का पहला नाटक मंचस्थ होगा। कोलकाता के अल्टरनेटिव लि¨वग थियेटरों के कलाकार बंगला नाटक लांग मार्च का मंचन करेंगे। 11 नवंबर को सुबह हम नाटक क्यों देखें विषयक सेमीनार और शाम के समय असमी नाटक एललव्य का मंचन, 12 की शाम को बिहार के पटना के द स्ट्रगल्स के कलाकार ¨हदी में अनुवादित फ्रेंच नाटक मैन विद आउट शैडोस का मंचन करेंगे। 13 की शाम भुवनेश्वर के मनन नाटक संस्था के कलाकार ओड़िया नाटक पाषांड फलभूत का मंचन करेंगे तो 14 नवंबर की शाम मेजबान श्री कल्चरल एसोसिएशन की ओर से संबलपुरी नाटक सिमना कांथी का मंचन होगा। प्रेसवार्ता में संस्था के सलाहकार डॉ श्यामधर धर, प्रफुल्ल होता, सुशांत पुरोहित ने बताया कि रोजाना नाटक शेष होने के बाद संबंधित नाटक को लेकर दर्शकों से तीन सवाल और संबलपुरी नाटक पर आधारित दो सवाल पूछे जायेंगे। सही जवाब देने वाले दर्शकों को पुरुस्कृत किया जाएगा। इसके अलावा भुवनेश्वर के विशिष्ठ नाट्ककार धीरेंद्रनाथ मल्लिक और राउरकेला के नाट्यकार कैलाशचंद्र पाणीग्राही को श्री नाट्य सम्मान- 2018 और बेलपहाड़ के नाट्य निर्देशक सुभाषचंद्र प्रधान को उनके संबलपुरी नाटक पहिल परश के लिए नाट्य सम्मान प्रदान किया जाएगा।