कचरे के ढेर में तब्दील होने लगा है संबलपुर महानगर
संवाद सूत्र संबलपुर कुछ वर्ष पहले कराए गए सर्वे में संबलपुर महानगर को ओडिशा के साफ सु
संवाद सूत्र, संबलपुर : कुछ वर्ष पहले कराए गए सर्वे में संबलपुर महानगर को ओडिशा के साफ सुथरे शहरों में से एक बताया गया था। यह सर्वे किस आधार पर किया गया। इसे लेकर लोग असमंजस में रह गये। दरअसल, सच्चाई यही है कि कुछ वर्षों से संबलपुर महानगर को लोग कचरे के ढेर में तब्दील होते देख रहे हैं। निगम सूत्रों का कहना है कि स्वच्छ और साफ सुथरे संबलपुर के लिए प्रति महीने प्रत्येक वार्ड के पीछे लाखों रुपए खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन महानगर निगम का शायद ही ऐसा कोई वार्ड है जो साफ सुथरा दिखता हो। इस बारे में लगातार शिकायत के बावजूद निगम प्रशासन की नींद नहीं खुल रही। महानगर में कचरे के ढेर के लिए निगम प्रशासन के साथ साथ ऐसे भी कई लोग जिम्मेदार हैं, जो अपने घर-दुकान का कचरा सड़कों-नालियों में डालते हैं।
उधर, महानगर इलाके में कचरे के ढेरों पर अपनी सफाई में निगम प्रशासन की ओर से बताया गया है कि पहले निगम की ओर से रिहायशी इलाकों से कचरा उठाया जाता था। अब व्यावसायिक इलाकों से भी कचरा उठाने का काम शुरू किया गया है। इसके लिए छह रुटों पर विशेष व्यवस्था की गई है। निगम प्रशासन अपनी सफाई में चाहे कुछ भी कहे, लेकिन शहर के प्राणकेंद्र गोलबाजार इलाके समेत सभी वार्ड में जमे कचरे निगम के पोल खोल रहे हैं।
गौरतलब है कि बीते तीन दशक के दौरान संबलपुर को साफ सुथरा बनाए रखने की खातिर शहर में लाखों रुपए खर्च कर तरह तरह के डस्टबिन लगाए गए, जिनका अब कहीं अतापता नहीं। जन बस्ती और व्यावसायिक इलाकों में कचरे के ढेर सड़कों और नालियों में भरे पड़े हैं। वर्षों से सफाई नहीं होने से नाली-नाले जाम हैं, मच्छरों का वंश विस्तार हो रहा है। चंद मिनट की बारिश से नाली- नालों का पानी सड़कों पर बहने लगता है। बावजूद इसके महानगर निगम को लगता है कि संबलपुर सा़फ सुथरा है।