कैलास को न्याय दिलाने आगे आया फाइट फॉर राइट
संसू ब्रजराजनगर एमसीएल की लजकुरा खुली खदान इलाके में लॉक डाउन के दौरान तीन अप्रैल को ए
संसू, ब्रजराजनगर : एमसीएल की लजकुरा खुली खदान इलाके में लॉक डाउन के दौरान तीन अप्रैल को एक हॉलपैक की चपेट में आकर पैर गंवाने वाले ट्रक चालक कैलास राय की मदद को समाजिक संस्था फाइट फॉर राइट नामक संस्था आगे आया है।
बता दें तीन अप्रैल को कैलास ट्रक से लजकुरा खदान से कोयला लेकर वजन कराने के लिए कांटाघर के पास खड़ा था। इसी दौरान एमसीएल के हॉलपैक ने कैलास के पैर को कुचल दिया। अविलंब उसे मंडलिया के केंद्रीय चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां से उसे बेहतर चिकित्सा के लिए बुर्ला स्तिथ मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया। पैर का संक्रमण पूरे शरीर में फैल जाने के भय से उसके बाएं पांव के निचले हिस्से को काटना पड़ा था। एमसीएल ने उसे मामूली सहायता दी जबकि इलाज में दो लाख से अधिक रुपये खर्च हुए थे। कैलाश ने इस मामले मामले में सदर थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई थी। भाजपा के ब्रजराजनगर मंडल द्वारा भी इस मुद्दे को एमसीएल के समक्ष रखा गया था लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। कैलास के दर्द को समझते हुए फाइट फॉर राइट नामक संस्था के ब्रजराजनगर संयोजक सुशील पुरोहित ने एमसीएल के महाप्रबंधक मधुसूदन शर्मा को इस बाबत ज्ञापन सौंपते हुए इसकी एक एक प्रतिलिपि जिलाधीश, पुलिस अधीक्षक, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग एवं राज्य मानवाधिकार आयोग को भी प्रेषित की । ज्ञापन में कहा गया है कि चिकित्सकीय अवहेलना की वजह से कैलास का पांव काटना पड़ा तथा उन्होंने खदान अधिकारी को भी इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है। फाइट फॉर राइट ने एमसीएल से मांग की है कि कैलाश को बतौर मुआवजा 30 लाख की राशि दी जाए साथ ही उसके परिवार के एक सदस्य को एमसीएल अथवा उसकी ठेका कंपनी में नौकरी दी जाए। उसके परिवार के बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था की जाए। उन्होंने चेतावनी भी दी है कि अगर उनकी न्यायोचित मांगो को नहीं माना गया तो बाध्य होकर आंदोलन किया जाएगा।