धू-धूकर जला बुराई का प्रतीक लंकेश्वर
विजय दशमी के दिन असत्य और अधर्म के प्रतीक लंकेश्वर रावण को उसकी करनी का फल मिल गया।
संसू, संबलपुर : विजय दशमी के दिन असत्य और अधर्म के प्रतीक लंकेश्वर रावण को उसकी करनी का फल मिल गया। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और वानर सेना गाजे-बाजे के साथ रावण वध स्थल पहुंच सीना ताने खडे लंकेश्वर का वध कर दिया। इसके बाद लंकेश्वर का पुतला दहन कर बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान उपस्थित लोगों के जयश्री राम के जयघोष से पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठा। नगर के मंदलिया मैदान में मंदलिया-खेतराजपुर युवक संघ की ओर से आयोजित रावण वध कार्यक्रम में भगवान श्रीराम, लक्ष्मण, हनुमान के वेश में सजे बच्चों ने गाजे-बाजे के साथ चंदन नगर, तिवारी गली, बड़ाबाजार परिक्रमा करते हुए मंडलिया मैदान पहुंचे और यहां खडे 25 फीट के रावण का वध किया। इस कार्यक्रम में कांग्रेस जिलाध्यक्ष अश्विनी गुरु, निरंजन त्रिपाठी, हीराकुद नगर बीजद अध्यक्ष शांतनी बड़पंडा, चंद्रलेका बहिदार, पूर्व पार्षद दलजीत कौर, जस¨वदर ¨सह अतिथि के रूप में उपस्थित थे।