मूसलाधार बारिश से संबलपुर त्राहि-त्राहि
बादल फटने जैसी बारिश से संबलपुर में शनिवार अपराह्न से रविवार की शाम तक कफ्
संसू, संबलपुर : बादल फटने जैसी बारिश से संबलपुर में शनिवार अपराह्न से रविवार की शाम तक कर्फ्यू जैसा माहौल रहा। महज बारह घंटे के दौरान संबलपुर में मूसलाधार बारिश से शहर के निचले इलाकों के साथ साथ ऊपरी इलाकों में भी पानी जमा हो गया। हालात को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा शहर में ओड्राफ की टीम के साथ साथ अग्निशमन और पुलिस बल को बचाव कार्य में लगाया गया। मूसलाधार बारिश की वजह से देर रात तक पूरे समूचे शहर में विद्युतापूर्ति ठप रही। बावजूद इसके बचाव टीम ने पानी में फंसे कई परिवारों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इन सभी को विभिन्न स्थानों पर बनाए गए राहत एवं आश्रय स्थलों में भेजा गया है। बचाव टीम ने मोदीपाड़ा, चेरुआपाड़ा, चारभाटी, गो¨वदटोला, कुंभारपाड़ा, तअंलापाड़ा, अइंठापाली, बाहालपाड़ा, देउलबंध, मुंडापाड़ा, समलेश्वरी कॉलोनी, लेबर कॉलोनी, दशमती कॉलोनी, हाउ¨सग बोर्ड कॉलोनी, दानीपाली, मालीपाड़ा, सहयोग नगर, नुंआपाड़ा, बरेईपाली, कृष्णानगर, सरस्वती विहार, ड्रायवर कॉलोनी, सिद्धेश्वर वेर्णा, साक्षीपाड़ा, बड़ा बाजार, कमलीबाजार, ठेलकोपाड़ा में अभियान चलाकर प्रभावित लोगों को बचाया।
जिलाधीश समर्थ वर्मा और जिला पुलिस अधीक्षक संजीव अरोरा ने विभागीय अधिकारियों के साथ प्रभावित इलाकों का दौरा कर राहत कार्यो का जायजा लिया। इस दौरान आला हुक्मरान बालिबंधा और बिनाखंडी स्थित स्लुईस गेट भी पहुंचे और मोटरपंपों से धोबीजोर नाले एवं अन्य नालों का पानी निष्कासित किए जाने का निर्देश दिया। इस दौरान रेढ़ाखोल के विधायक इंजीनियर रोहित पुजारी एवं विधायक डॉ. रासेश्वरी पाणिग्राही ने मूसलाधार बारिश के बाद कृत्रिम बाढ़ की स्थिति के लिए संबलपुर महानगर निगम और ¨सचाई विभाग की लापरवाही को जिम्मेदार बताया। उन्होंने बताया कि मानसून आने से पहले ही अगर ऐसी स्थिति से निपटने की व्यवस्था कर ली जाती तो हालात इतने बद्तर नहीं होते।
बारिश से निपटने डीएम ने की चर्चा
वहीं, 24 जुलाई तक संबलपुर में बारिश की संभावना और हीराकुद बांध से पानी छोड़े जाने को लेकर जिलाधीश समर्थ वर्मा और विधायक डॉ. पाणिग्राही के बीच चर्चा हुई और निचले इलाकों में रहनेवाले परिवारों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने और उनके खाने पीने की व्यवस्था पर चर्चा हुई। महानदी दितीय सेतु के निकट महानदी शय्या पर हाल ही में बसे अवैध कालोनी को हटाने और कालोनी के लोगों को अन्यत्र बसाए जाने का निर्णय लिया गया।