नशा मुक्त भारत के लिए किया जागरूक
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय बामड़ा की ओर से क्षेत्र में नशा मुक्त भारत अभियान चलाया गया।
संसू, बामड़ा : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की स्थानीय इकाई द्वारा नशा मुक्त भारत के लिए लोगों को जागरूक किया गया। बामड़ा ट्रस्ट फंड कॉलेज, भागीरथी नोडल विद्यालय, गर्ल्स हाई स्कूल और गोबिदपुर कल्याण मंडप में आयोजित कार्यक्रम में शोधकर्ता ब्रह्माकुमार राजीव लोचन ने मेरा भारत नशा मुक्त भारत पर लोगों को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने नशा क्या है, कितने प्रकार का है, क्यों करते हैं, नशा करने कारण के साथ किस उम्र में नशा की लत लगती है। बताया कि आंतरिक शक्ति की कमी के कारण और गलत संगत से नशे की आदत पड़ती है। 12 से 25 साल के बच्चे मानसिक रूप से परिपक्व नहीं होने से इसकी चपेट में आ जाते हैं। सम्मान और प्यार की कमी भी नशा का एक मुख्य कारण है। उन्होनें कहा कि यह विकार डॉक्टरी इलाज से संभव नही है। नशा मुक्ति के लिए अध्यात्म और मेडिटेशन से जुड़ना होगा। ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा तैयार राजयोग मेडिटेशन को नियमित करने से नशा से मुक्ति पाना संभव है। इस दौरान उन्होंने राजयोग भी कराया। इस दौरान बामड़ा केंद्र की प्रमुख संचालिका लक्ष्मी बहन, क्राइमब्रांच, राउरकेला के इंस्पेक्टर उमेश चंद्र बेहरा प्रमुख ने भी अपने अनुभव साझा किए। साथ ही नशा मुक्त रहने का संकल्प लिया। इसके बाद पौधरोपण किया गया।