बुर्ला अस्पताल में रात में जलापूर्ति बंद, मरीज परेशान
बुर्ला स्थित मेडिकल अस्पताल के प्राय समस्त शौचालयों की हालत इनदिनों दयनीय हो गयी है। सफाई व्यवस्था में लापरवाही और रात के समय जलापूíत बंद रहने से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
संवाद सूत्र, संबलपुर : बुर्ला स्थित मेडिकल अस्पताल के प्राय: समस्त शौचालयों की हालत इनदिनों दयनीय हो गयी है। सफाई व्यवस्था में लापरवाही और रात के समय जलापूíत बंद रहने से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गौरतलब है कि वर्ष 1959 में स्थापित ओडिशा का यह दूसरा बड़ा हॉस्पिटल है, जहां ना केवल पश्चिम ओडिशा बल्कि पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ और झारखंड के मरीज भी इलाज के लिए आते हैं। अस्पताल के विकास के लिए प्रतिवर्ष सैकड़ों करोड़ों रुपये खर्च किये जाते हैं, लेकिन इलाज के लिए भर्ती मरीजों को मौलिक सुविधाओं के लिए तरसना पड़ता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, इनदिनों अस्पताल के स्त्री व प्रसूति रोग विभाग समेत अन्य कई विभागों रात के समय जलापूíत नहीं होने से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शौचालयों में पानी नहीं होने से गंदगी जमा हो जाती है और अंदर घुसना मुश्किल सा हो जाता है। ऐसे में शौचालय का व्यवहार करने वाले मरीजों को पीने का पानी शौचालय में व्यवहार करना पड़ता है। गर्भवती और प्रसूति महिलाओं के लिए यह समस्या काफी परेशान करने वाली है। ऐसे में अक्सर महिलाओं को शौच के लिए वार्ड से बाहर निकलना पड़ता है। बताया गया है कि दिन के समय करीब आधे घंटे तक जलापूíत की जाती है और इसके बाद बंद कर दी जाती है। ऐसे में मरीजों को रात के व्यवहार के लिए अलग से पानी जमा रखना पड़ता है। बताया गया है कि शौचालयों की सफाई व्यवस्था इतनी लचर है कि एक बार वहां जाने के बाद दोबारा जाने की इच्छा नहीं होती।