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उन्नीस साल की उम्र से लाल सलाम बोलने लगा था कुनू

धनु ने पुलिस को बताया कि तीन बहनों में इकलौता कुनू हाईस्कूल की परीक्षा में फेल होकर घर में बेकार बैठा था।

By BabitaEdited By: Published: Mon, 16 Apr 2018 01:25 PM (IST)Updated: Mon, 16 Apr 2018 01:26 PM (IST)
उन्नीस साल की उम्र से लाल सलाम बोलने लगा था कुनू
उन्नीस साल की उम्र से लाल सलाम बोलने लगा था कुनू

संबलपुर, जेएनएन। करीब 16 साल तक सरकारी व्यवस्था के खिलाफ जंग लडऩे के बाद खुद को पुलिस के हवाले करने वाला ओडिशा का मोस्ट वांटेड और आठ लाख रुपये के इनामी नक्सली कुनू देहुरी उर्फ अजय को कड़ी सुरक्षा के बीच शुक्रवार को संबलपुर मंडल कारा भेज दिया गया। यहां पहले से ही बंद कुनू के बहनोई धनु झांकर ने उसका जो आपराधिक रिकार्ड बताया, वह रोंगटे खड़े कर देने वाला है।

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धनु ने पुलिस को बताया कि तीन बहनों में इकलौता कुनू हाईस्कूल की परीक्षा में फेल होकर घर में बेकार बैठा था। इसी दौरान वर्ष 2002 में वह नक्सली संगठन से जुड़ा और 19 साल की उम्र में ही नक्सलियों का जोहार 'लाल सलाम' बोलने लगा था। धनु ने बताया कि कुनू कई नरसंहार में शामिल रहा और गृह जिले में ही 42 संगीन वारदातों को अंजाम दिया जिससे उसकी गिनती टॉप नक्सली नेताओं में होने लगी थी। इसी को देखते हुए कुनू को वर्ष 2015 में संबलपुर-देवगढ़-सुंदरगढ़ डिवीजनल कमेटी का सचिव बनाया गया था। कुनू ने नौ लोगों को मौत के घाट उतारने समेत कई नक्सली हिंसा में शामिल रहा।

उल्लेखनीय है कि नगर के जुजुमुरा थाना अंतर्गत टांपर्रंसहा गांव के कुनू देहुरी ने शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक संजीव अरोरा के समक्षआत्मसमर्पण कर दिया था। उसने कहा था कि नक्सली आदर्श व नीति देख उसका मोहभंग हो गया और अब वह समाज की मुख्यधारा से जुडऩा चाहता है। 

आठ लाख के इनामी देहुरी के खिलाफ दर्ज मामला

23 जनवरी 2003: मेघपाल पंचायत के पूर्व सरपंच कादर सिंह की हत्या।18 मई 2005: जुजुमुरा थाना अंतर्गत बुर्डा में गोली मारकर तीन ग्रामीणों की हत्या।

सात जुलाई 2005 : बंजारीटिकरा में गला काटकर तीन लोगों की हत्या। 

17 अक्टूबर 2005 : जमनकिरा थाना अंतर्गत बडरमा के वनदुर्गा मंदिर के निकट हमला कर पुलिस जवान की हत्या कर एसएलआर की लूट।

9 अगस्त 2007 : किसिंडा थाना अंतर्गत तालाब गांव से तीन का अपहरण कर व्यवसायी अर्जुन देहुरी की हत्या।

पांच जनवरी 2008 : जमनकिरा थाना अंतर्गत बडरमा में फॉरेस्ट रेंज कार्यालय में आगजनी।

15 जून 2009 : किसिंडा थाना अंतर्गत गरियाखमन-गाईघाटी जंगल में मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से सबइंस्पेक्टर नृसिंह महाकुड़ शहीद ।

25 अक्टूबर 2011: जुजुमुरा थाना अंतर्गत मुंडेर स्थित एआरएसएस क्रशर पर हमला, दर्जन भर से अधिक वाहन फूंके।


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