नुआंखाई पर्व आज, बामड़ा में उत्साह
सबसे पहले ईस्ट देवी मा समलेई को नए धान से प्रस्तुत भोग तैयार कर अर्पण किया जाता है।
संवाद सूत्र, बामड़ा : पश्चिम ओडिशा का महान कृषि पर्व नुआंखाई मंगलवार को है। इसके लिए पूजा का शुभ मुहूर्त तय होने के साथ किसानों में नए अन्न का भोग आराध्य को अर्पित करने को लेकर उत्साह का माहौल है। इस वर्ष भी कम और विलंब से बारिश के चलते सूखे की मार झेल रहे किसानों के चेहरे में पर्व की खुशी ने रंगत भर दी है। दूर दराज रहने वाले लोग परिवार के साथ नुआंखाई पर्व मनाने गांव आने से स्टेशन और बस स्टैंड में सोमवार को अच्छी खासी भीड़ रही। नुआंखाई पर्व को लेकर नया धान, मिटटी से बनी हांडी, दीप, कलश, धूप, वस्त्र, दोना, राखी, फूल, विभिन्न पेड़ के पत्ते, गन्ना, दूब, बेर के पत्ते आदि पूजा सामग्री की खरीदारी कर ली गई है। नए धान का केंडा और नया चावल ऊंचे दाम में लोग खरीद रहे हैं। गण पर्व नुआंखाई पारंपरिक रीति के साथ मनाया जाता है। सबसे पहले क्षेत्र की आराध्य देवी मां समलेई को नए धान के चावल से भोग तैयार कर अर्पण किया जाता है। इसके बाद पूरा परिवार एक साथ नया अन्न ग्रहण करता है। इस अवसर पर अपने से बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद लेने की परंपरा है। पश्चिम ओडिशा सहित देश-दुनिया में रहने वाले ओड़ियावासी महीने भर नुआंखाई भेंटघाट उत्सव मनाते हैं।