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मुख्यमंत्री ने संबलपुर में लिया हालात का जायजा

जिलाधीश ने बारिश से प्रभावित होने वाले लोगों के लिए मुख्यमंत्री से 130 करोड़ रुपये का पैकेज की मांग की है।

By BabitaEdited By: Published: Wed, 25 Jul 2018 10:10 AM (IST)Updated: Wed, 25 Jul 2018 10:10 AM (IST)
मुख्यमंत्री ने संबलपुर में लिया हालात का जायजा
मुख्यमंत्री ने संबलपुर में लिया हालात का जायजा

संबलपुर, जेएनएन। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मंगलवार को पूर्वाह्न ग्रीन महानदी मिशन के कार्यक्रम में बउद

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और सोनपुर जिलों के दौरे के दौरान संबलपुर पहुंचे। इसी क्रम में उन्होंने संबलपुर और आसपास के क्षेत्रों में शनिवार और रविवार को हुई आफत की बारिश की समीक्षा की। जमादार पाली स्थित हवाई पट्टी पर आयोजित समीक्षा बैठक में उत्तरांचल राजस्व आयुक्त डीवी स्वामी, संबलपुर जिलाधीश समर्थ वर्मा, संबलपुर विधायक रासेश्वरी पाणिग्राही और मुख्यमंत्री के निजी सचिव कार्तिकेण पांडयान उपस्थित रहे। 

इस बैठक में राजस्व आयुक्त स्वामी ने संबलपुर समेत बरगढ़, झारसुगुड़ा, बलांगीर, सोनपुर, देवगढ़ आदि जिलों

में हुए नुकसान के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराया। संबलपुर जिलाधीश समर्थ वर्मा ने बताया कि संबलपुर जिला के नौ में से पांच ब्लाकों में बारिश की वजह से भारी नुकसान हुआ है।

जिलाधीश ने बारिश से प्रभावित होने वाले लोगों के लिए मुख्यमंत्री से 130 करोड़ रुपये का पैकेज की मांग की है। समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री पटनायक मीडिया से बातचीत में कहा कि बारिश से हुए नुकसान का आकलन कर जिला प्रशासन को चौबीस घंटे के अंदर राज्य सरकार को रिपोर्ट देने को कहा गया है। इस रिपोर्ट के मिलने के बाद सरकार आगे की कार्रवाई करेगी।


पुलिस ने हवाई पटटी के बाहर बीजदकर्मियों को रोका

मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में दलीय कार्यकर्ताओं का भारी जमावड़ा रहा। पुलिस ने जब कार्यकर्ताओं को हवाई पट्टी से मुख्य गेट पर रोक दिया तब नाराज बीजद कार्यकर्ताओं ने संबलपुर पुलिस मुर्दाबाद का नारा लगाए। मामला को गरमाते देख पुलिस ने कुछ देर के लिए बीजद के समस्त कार्यकर्ताओं को गेट के बाहर कर

दिया। बाद में कुछ गिने चुने नेताओं को अंदर आने दिया गया। 

प्रदेश में बारिश एवं बाढ़ से हुआ व्यापक नुकसान

राज्य में भारी बारिश एवं बाढ़ से बड़े पैमाने पर में धन- जन की क्षति हुई है। तटीय ओडिशा से लेकर दक्षिण, उत्तर, मध्य एवं पश्चिम ओडिशा में लगातार बारिश से सामान्य जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। उधर, हीराकुद जलभंडार से इस साल पहली बार बाढ़ का पानी छोड़े जाने से महानदी से सटे निचले हिस्से में रहने वाले लोगों की रात की नींद गायब हो गई है। भले ही प्रशासन लाख दावा करे कि हीराकुद जलभंडार से पानी छोड़े जाने का व्यापक असर नहीं होगा लेकिन लोगों का मानना है कि जब बारिश ने इस तरह तबाही मचाई है तो जलभंडार के

पानी का कौन भरोसा।

इस बीच राज्य आपदा प्रबंधन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक बारिश एवं बाढ़ से राज्य के 62 ब्लाक, 1028 गांव एवं तीन लाख 24855 व्यक्ति बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। कोरापुट जिले में अब भी 12 ब्लाक के लोग पानी से घिरे हुए हैं। इस बारिश एवं बाढ़ में कलाहांडी के सर्वाधिक पांच एवं संबलपुर के दो लोगों को मिलाकर कुल 12 लोगों की जान चुकी है।

बरगड़, जाजपुर, कंधमाल, कोरापुट तथा सोनपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत होने की सूचना है। बारिश व बाढ़ से प्रभावित जिलों में अनुगुल के चार, बौद्ध के तीन, बरगढ़ के चार, देवगढ़ के दो, कलाहांडी के 11, कंधमाल के सात, रायगड़ा के तीन, संबलपुर में नौ, सुवर्णपुर में दो तथा पुरी के पांच ब्लाक प्रभावित हुए हैं। संबलपुर एवं जाजपुर में पौरांचल के साथ तीन शहर तथा 32 वार्ड के लोग पानी के घेरे में आ गए थे। 5360 घर आंशिक एवं संपूर्ण रूप से टूट गए हैं। 9 जिला में 51 अस्थाई राहत केंद्र खोलकर उसमें 13808 लोगों को आश्रय देने के साथ खाद्य दिया जा रहा है। राज्य के बाढ़ प्रभावित इलाकों में 12 ओड्राफ तथा 85 दमकल विभाग की टीम तैनात की गई है। इसके अलावा पांच एनडीआरएफ टीम भद्रक, केंद्रापड़ा, जाजपुर (बड़चड़ा), पुरी तथा जगतसिंहपुर में नियोजित की गई है।


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