जन समस्याओं को लेकर महानगर निगम कार्यालय का घेराव
संवाद सूत्र संबलपुर छह वर्ष बीतने के बावजूद संबलपुर महानगर निगम के लिए चुनाव नहीं होने औ
संवाद सूत्र, संबलपुर : छह वर्ष बीतने के बावजूद संबलपुर महानगर निगम के लिए चुनाव नहीं होने और निगम का संचालन प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किए जाने समेत जन समस्याओं पर ध्यान नहीं दिए जाने से आंदोलित पश्चिमांचल एकता मंच की ओर से, मंगलवार को महानगर निगम कार्यालय का घेराव किया गया।
मंच ने आरोप लगाया है कि संबलपुर नगरपालिका को सरकार ने महानगर निगम का दर्जा तो दे दिया, लेकिन इसके लिए चुनाव कराना भूल गयी। यही वजह है कि पिछले छह वर्षों से इस निगम का संचालन प्रशासनिक अधिकारी कर रहें हैं और जन समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे। अब हालत ऐसे हैं कि लोगों को सुविधा व सेवा से वंचित होना पड़ रहा है। निगम क्षेत्र के विभिन्न वार्डों की नालियां जाम हैं। सफाई के नाम पर कचरे को नाली से निकालकर बाहर तो किया जाता है, लेकिन उसे हटाया नहीं जाता। यही कचरा कुछ दिन बाद वापस नालियों में चला जाता है। गली-मोहल्ले में जमा कचरे, गली-सड़कों पर बने गड्ढे की मरम्मत, खंभों में लगे एलईडी लाइट नहीं जलने पर भी ध्यान नहीं दिए जाने से आंदोलित मंच के आभाष पंडा के नेतृत्व में गीता रानी पंडा, स्नेहलता देवी, कांति मेहेर, पंकजिनी मेहेर, भक्त पंडा, संतोष बढेई, देवाशीष बेहेरा, अतिश बहिदार, भवानी शंकर भोई, मानस रंजन बक्शी आदि ने निगम कार्यालय का घेराव कर निगम आयुक्त को ज्ञापन प्रदान किया।