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हावड़ा-मुंबई रूट पर चार घंटे थमे रहे ट्रेनों के पहिये

पश्चिम ओडिशा कृषक समन्वय संगठन के आहवान पर पश्चिम ओडिशा के 11 जिलों के किसानों ने सोमवार को रेल चक्का जाम कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 30 Sep 2019 09:42 PM (IST)Updated: Tue, 01 Oct 2019 06:37 AM (IST)
हावड़ा-मुंबई रूट पर चार घंटे थमे रहे ट्रेनों के पहिये
हावड़ा-मुंबई रूट पर चार घंटे थमे रहे ट्रेनों के पहिये

संवाद सूत्र, बामड़ा : अपनी तीन सूत्री मांगों के समर्थन में सोमवार को किसानों ने हावड़ा-मुंबई रूट पर यात्री ट्रेनों सहित मालगाड़ियों का चक्का जाम कर दिया। पश्चिम ओडिशा कृषक समन्वय संगठन की ओर से आहूत चार घंटे के इस महा रेल रोको आंदोलन के दौरान मुंबई-हावड़ा जाने वाली कई एक्सप्रेस ट्रेनों सहित पैसेंजर गाड़ियां आसपास के स्टेशनों में खड़ी रहीं। इससे यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा। सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक संबलपुर जिला के बामड़ा-सागरा स्टेशन के बीच 22 किमी रूट पर पश्चिम ओडिशा के 10 हजार से ज्यादा किसानों के रेल पटरी पर डेरा डाल दिए जाने से पूरा प्रशासनिक अमला यहां से वहां चक्कर काटता नजर आया। इस दौरान सागरा से बामड़ा स्टेशन तक अप व डाउन लाइन पर जगह-जगह किसानों ने रेल पटरी पर बैठकर अपनी मांग के समर्थन में आवाज बुलंद की। किसानों की मांगों में कुचिडा अनुमंडल में वर्ष-2018 फसल बीमा राशि का भुगतान, प्रत्येक खेत में सिचाई की व्यवस्था तथा धान मंडी को दुरुस्त करना शामिल है। इस आंदोलन को लेकर 38 किसान नेताओं के खिलाफ 151 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

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राउरकेला में खड़ी रही राजधानी एक्सप्रेस

किसानों के आंदोलन के कारण बामड़ा में चक्रधरपुर-संबलपुर मेमू ट्रेन, संबलपुर-राउरकेला मेमू, संबलपुर-जम्मू तवी एक्सप्रेस, सोनाखान में राउरकेला-पुरी पैसेंजर, राजगांगपुर में उत्कल एक्सप्रेस, राउरकेला में साउथ बिहार एक्सप्रेस और चक्रधरपुर-नागपुर पैसेंजर, दिल्ली- भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस, झारसुगुड़ा में इस्पात एक्सप्रेस और दूरंतो एक्सप्रेस, ब्रजराजनगर में पुणे हटिया घंटों खड़ी रही। साथ ही बड़ी संख्या में मालगाड़ियों का यातायात भी बाधित रहा। हालांकि दोपहर दो बजे के बाद से यह सभी ट्रेने अपने गंतव्य की ओर रवाना हुई तथा रेल यातायात धीरे-धीरे सामान्य हुआ।

सभी दलों का मिला समर्थन

सुबह दस बजे से दोपहर दो बजे तक चले इस आंदोलन को सभी राजनीतिक दलों का समर्थन मिला। पश्चिम ओडिशा कृषक सुरक्षा समन्वय समिति के संयोजक अशोक प्रधान, उपाध्यक्ष हरिशंकर, संबलपुर जिलाध्यक्ष मुरारी प्रसाद पुरोहित, कुचिडा अनुमंडल अध्यक्ष कुशध्वज चौधुरी, जय किसान आदिम कृषक सुरक्षा संगठन बामड़ा के योग बिहारी परिडा के नेतृत्व में हुए इस आंदोलन में बीजद नेता सह कुचिडा के विधायक किशोरचंद्र नायक, भाजपा नेता व पूर्व विधायक रविनारायण नायक, कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक राजेंद्र छत्रिया, बामड़ा ब्लॉक चेयरमैन सदानंद कुजूर समेत बड़ी संख्या में पंचायत प्रतिनिधियों ने रेल पटरी पर बैठकर किसानों के समर्थन में आवाज बुलंद की। इस आंदोलन में कुचिंडा अनुमंडल के 40 किसान संगठनों ने हिस्सा लिया।

प्रशासनिक अमला रहा मुस्तैद : किसानों के महा रेल रोको आंदोलन के मद्देनजर जिला प्रशासन की ओर से व्यापक तैयारी की गई थी। कुचिडा एसडीएम विश्वरंजन नायक, अतिरिक्त एसपी पीके महापात्र, एरिया मैनेजर एके पंडा, असिस्टेंट कमांडेंट, आरपीएफ राउरकेला के एसके चौधरी सहित कुचिडा एसडीपीओ राजकिशोर मिश्रा, गोबिदपुर थाना प्रभारी प्रताप राणा चार प्लाटून पुलिस फोर्स के साथ बामड़ा से लेकर सागरा तक किसानों की गतिविधियों पर नजर रख रहे थे। इसके अलावा सात मजिस्ट्रेट भी तैनात किए गए थे।

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कोट :

ओडिशा सरकार के सहकारिता विभाग के सचिव वीरविक्रम यादव किसानों की समस्या लेकर दिल्ली गए हुए हैं। जिससे शीघ्र ही किसानों की समस्या का समाधान होने की उम्मीद है।

विश्वरंजन नायक, एसडीएम, कुचिंडा

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महा रेल रोको आंदोलन से कुछ ठोस भरोसा न मिलना दुखद है। हम अपनी मांगों को लेकर दशहरा के बाद आगे की रणनीति बनाने और आरपार की लड़ाई लड़ेंगे।

अशोक प्रधान, किसान नेता


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