जयश्री मिश्र हत्याकांड के साक्ष्य खोजने में जुटी पुलिस
बहुचर्चित जयश्री मिश्र हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने और दोषी को स•ा दिलाने की खातिर संबलपुर पुलिस की जांच पिछले दो महीनों से जारी है ।
संसू, संबलपुर : बहुचर्चित जयश्री मिश्र हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने और दोषी को सजा दिलाने की खातिर पुलिस की जांच पिछले दो महीनों से जारी है। इसी क्रम में शनिवार को बुर्ला अस्पताल के एफएमटी विभाग और आंचलिक फोरेंसिक साइंस लैब की टीम महुलमुंडा गांव पहुंची जहां जयश्री को दफनाए गए स्थान की फिर से खुदाई कर सबूत तलाशने की कोशिश की।
एसपी डॉ. कंवर विशाल सिंह ने बताया कि आठ वर्ष पहले घटित जयश्री मिश्र हत्याकांड पुलिस के लिए चुनौती है। लेकिन संबलपुर पुलिस ने इस चुनौती को स्वीकार किया है और हत्याकांड की गुत्थी को सुलझाने की कोशिश में जुटी है। मामला आठ वर्ष पुराना होने से सबूत जुटाने में पुलिस को थोड़ी परेशानी हो रही है। लेकिन मेडिकल और फोरेंसिक साइंस की सहायता से इस परेशानी को दूर किया जा रहा है। विगत 26 जुलाई को हत्याकांड के गिरफ्तार आरोपी बसंत पंडा की निशानदेही पर उसके गांव बडसिघारी निकटस्थ महुलमुंडा में एक स्थान पर खुदाई कर खोपड़ी की हडिडयों का अवशेष जब्त कर बुर्ला भेजा गया था। इसके बाद पहली अगस्त को मृतका की बेटी विजयिनी और बेटे भवानी का डीएनए सैंपल संग्रह कर टेस्ट के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट मिलने के बाद सटीक रूप से पता चल सकेगा की खुदाई में मिली खोपड़ी का अवशेष जयश्री का है या नहीं। शनिवार को रीजनल स्टेट फोरेंसिक साइंस और बुर्ला अस्पताल के एफएमटी विभाग की टीम के साथ बुर्ला पुलिस भी महुलमुंडा पहुंच जयश्री को दफनाये गए स्थान की दुबारा खुदाई कर कुछ और अवशेष तलाश करने की कोशिश की।
गौरतलब है कि रुपये के लेनदेन को लेकर 13 अक्टूबर 2011 की शाम स्थानीय नंदपाड़ा की जयश्री मिश्र और उसके रिश्ते के जीजा बसंत पंडा के बीच झगड़ा हुआ था। बसंत ने जयश्री की हत्या कर अपने गांव से थोड़ी दूर उसके शव को दफना दिया था। जयश्री की बेटी विजयिनी ने तब टाउन थाना में अपनी मां के लापता होने की शिकायत दर्ज कराया था। लेकिन तत्कालीन थानेदार ने शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की थी। वर्षों बाद बेटी विजयिनी ने बीते 21 जुलाई को फिर से इस संबंध में शिकायत दर्ज कराने पर यह मामला सुर्खियों में आया।