हीराकुद बांध के 10 गेट खोलकर महानदी में छोड़ा
बीते दिनों हीराकुद के ऊपरी मुहाने पर हुई बारिश के बाद बाध के जलभंडार में प्रवेश करते पानी को नियंत्रित करने की खातिर गुरुवार के पूर्वाह्न बाध के दस गेट खोलकर बाढ़ का पानी महानदी में छोड़ा जा रहा है।
संवादसूत्र, संबलपुर : बीते दिनों हीराकुद के ऊपरी मुहाने पर हुई बारिश के बाद बाध के जलभंडार में प्रवेश करते पानी को नियंत्रित करने की खातिर गुरुवार के पूर्वाह्न बाध के दस गेट खोलकर बाढ़ का पानी महानदी में छोड़ा जा रहा है। महानदी में पानी छोड़े जाने को लेकर इसके तटीय संबलपुर, सोनपुर, बऊद, नयागढ़ और कटक जिला के लोगों को सतर्क रहने और महानदी से दूर रहने की चेतावनी जारी की गई है। गौरतलब है की वर्ष 2019 में जून के महीने में जलस्तर 595 होने की वजह से बाढ़ का पानी 14 अगस्त के दिन छोड़ा गया था, जबकि चलित वर्ष जलस्तर जून महीने में ही 610 फीट से ऊपर चल रहा था।
बाध का गेट खोले जाने से पहले प्रचलित परंपरा के अनुसार पूजा अर्चना और भजन कीर्तन किया गया और पूर्वान्ह 10 बजकर दो मिनट के बाद से एक एककर दस गेट खोले गए। हमेशा की तरह सबसे पहले सात नंबर का स्लुइस गेट खोला गया। गेट के खुलते ही पानी बाध के गेट से निकलकर आसमान की ओर उछला और गेट खुलने का इंतजार कर रहे लोगों ने ख़ुशी के साथ शोर मचने लगे।
बाध के मुख्य अभियंता सुनील नायक और निर्वाही अभियंता निराकार बिशि समेत जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित रहे। नियंत्रण कक्ष की ओर से बताया गया है कि गुरुवार की सुबह 8 बजे तक बाध के जलभंडार का जलस्तर 618.04 फीट था। इस दौरान जलभंडार में प्रति सेकंड 111244 घनफुट पानी प्रवेश कर रहा था। बाध के जलस्तर को नियंत्रित करने 10 गेट खोलकर प्रति सेकंड 155000 घनफुट पानी महानदी समेत पॉवर चैनल और नहरों में छोड़ा जा रहा है।