गंगाधर विवि में खुशी से जीने की कला भी सीखेगी युवा पीढ़ी
पश्चिम ओडिशा का प्रसिद्ध शैक्षिक संस्थान, संबलपुर स्थित गंगाधर मेहेर विश्वविद्यालय प्रशासन ने हैप्पीनेस सिलेबस शुरू करने का प्रस्ताव तैयार किया हे।
संसू, संबलपुर : पश्चिम ओडिशा का प्रसिद्ध शैक्षिक संस्थान, संबलपुर स्थित गंगाधर मेहेर विश्वविद्यालय एक बार फिर चर्चा में है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अतनू कुमार पति ने बताया कि युवा पीढ़ी को तनाव और अवसाद से मुक्त रखने और खुशी से जीवन जीने की कला सिखाने के लिए जल्द ही विश्वविद्यालय में छह महीने का हैप्पीनेस सिलेबस शुरू किया जाएगा। इसका प्रस्ताव तैयार है और मंजूरी के लिए जल्द सरकार के पास भेजा जाएगा।
संबलपुर प्रेस क्लब में आयोजित मीट द प्रेस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित कुलपति प्रो. पति ने बताया कि खुशी सूचकांक में भारत का स्थान 133वां है। देश में कई तरह की समस्याएं है। देश की युवा पीढ़ी समस्याओं की वजह से तनाव और अवसाद में जीने को मजबूर है। उन्हें तनाव और अवसाद से मुक्त रखने के लिए उनके जीवन में खुशी लाना जरूरी हो गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय की ओर से एक अभिनव योजना बनायी गई है। इस योजना के तहत विश्वविद्यालय में हैप्पीनेस सिलेबस शुरू किया जाएगा। छह महीने के इस डिप्लोमा कोर्स में मुख्यरूप से सकारात्मक सोच सहित खुशी के साथ जीवन जीने की कला सिखायी जाएगी। इसके अलावा एक विशेष विभाग भी शुरू किया जाएगा।
उन्होनें बताया कि अगर सरकार की मंजूरी मिली तो ओडिशा में गंगाधर मेहेर विश्वविद्यालय प्रथम शैक्षिक संस्थान होगा जहां यह हैप्पीनेस सिलेबस शुरू होगा। उन्होंने कहा कि मनुष्य का खुश रहना और दुख होना भी विज्ञान का एक विषय है। इस विषय में दर्शन शास्त्र, सामाजिक विज्ञान, जीवन विज्ञान, भू विज्ञान, स्वास्थ्य विज्ञान, मनोविज्ञान के अध्यापकों को शामिल कर शिक्षादान किया जाएगा। कुलपति प्रो. पति ने कहा कि इसकी पढ़ाई से रोजगार मिले या नहीं मिले लेकिन कार्यक्षेत्र में यह काफी सहायक होगा। विदेशों में भी यह काफी सफल साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि खुश रहने की कला से जीवन जीने लायक बनाया जा सकता है। दो वर्ष पहले, खड़गपुर आइआइटी में सेंटर ऑफ हैप्पीनेस विभाग शुरू किया गया था। मध्यप्रदेश आंध्र प्रदेश और दिल्ली में भी इस तरह का विभाग शुरू किया गया है। क्लब के अध्यक्ष त्रिविक्रम प्रधान की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में कुलपति ने विश्वविद्यालय के आगामी योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी।