संबलपुर के ज्वेलर्स से ठगी कर फरार आरोपित भुवनेश्वर से गिरफ्तार
खुद को आयकर विभाग का एडिशनल कमिश्नर बताकर संबलपुर समेत झारसुगुड़ा सुंदरगढ़ और पुरी के ज्वेलरों से लाखों रुपये के सोने के गहनों की ठगी कर फरार हो जाने वाले एक शातिर अपराधी को कमिश्नरेट पुलिस भुवनेश्वर के के स्पेशल स्क्वायड ने गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ करने के दौरान उससे संबलपुर में की गई ठगी का पता चलने के बाद उसे रविवार को संबलपुर पुलिस के हवाले कर दिया गया है।
संवाद सूत्र, संबलपुर : खुद को आयकर विभाग का एडिशनल कमिश्नर बताकर संबलपुर समेत झारसुगुड़ा, सुंदरगढ़ और पुरी के ज्वेलरों से लाखों रुपये के सोने के गहनों की ठगी कर फरार हो जाने वाले एक शातिर अपराधी को, कमिश्नरेट पुलिस भुवनेश्वर के के स्पेशल स्क्वायड ने गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ करने के दौरान उससे संबलपुर में की गई ठगी का पता चलने के बाद उसे रविवार को संबलपुर पुलिस के हवाले कर दिया गया है। गिरफ्तार आरोपित विशाल राजकुमार निलंगे बंगलुरु का निवासी बताया गया है। विशाल एमबीएस ग्रेजुएट है और वर्तमान हैदराबाद में रहकर ठगी का धंधा चला रहा था। उसे स्पेशल स्क्वायड के संजीव सत्पथी ने मंगलवार की रात भुबनेश्वर के श्रीया स्क्वायर स्थित एक फाइव स्टार होटल से हिरासत में लिया था। उसके पास से भुबनेश्वर से हैदराबाद तक का ऑनलाइन फ्लाइट टिकट समेत नकद 17 हजार रुपये, दो फर्जी परिचयपत्र और दो मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं। इस बार विशाल भुवनेश्वर के किसी ज्वेलर्स को अपना शिकार बनाना चाहता था। लेकिन इससे पहले ही स्पेशल स्क्वायड को इसकी भनक लग गई और उसे दबोच लिया गया।
विशाल राजकुमार निलंगे काफी स्मार्ट है और फर्राटेदार अंग्रेजी बोलता है। उसे वर्ष 2020 में ऐसे ही एक ठगी के मामले में बंगलुरु पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद वह हैदराबाद आ गया था। हैदराबाद से वह फ्लाइट से भुवनेश्वर, झारसुगुड़ा आता-जाता रहता था। एयरपोर्ट से वह किराए की कार लेकर किसी ज्वेलरी दूकान में पहुंच जाता था और खुद को आयकर विभाग का एडिशनल कमिश्नर बताकर लाखों के गहने खरीदता था। नकद भुगतान करने के बजाय वह एनआईएफटी मोड से भुगतान करता था। इसी की आड़ में वह ठगी करता था।
बीते 30 मार्च के अपराह्न, विशाल ने संबलपुर के मारवाड़ी पाड़ा स्थित अग्रवाल ज्वेलर्स के मालिक कन्हैयालाल अग्रवाल को ऑनलाइन भुगतान की आड़ में करीब डेढ़ लाख का चूना लगाकर फरार हो गया था। खुद को आयकर विभाग का एडिशनल कमिश्नर बताकर विशाल ने 29. 8 ग्राम का ब्रेसलेट और लॉकेट खरीदा और इसका भुगतान एनआईएफटी मोड से करने की आड़ में ठगी की। विशाल ने कन्हैयालाल को एनआईएफटी का मैसेज भी दिखाया, जिसमें एक लाख 47 हजार 750 रुपये भुगतान का उल्लेख था। मैसेज देखकर ज्वेलर्स ने सोने के गहने और रसीद दे दी। बाद में जब ज्वेलर्स के एकाउंट में रुपये जमा नहीं होने और कथित एडिशनल कमिश्नर का फोन स्विच ऑफ हो गया तब संबलपुर टाउन थाना में इस ठगी की रिपोर्ट कराने समेत दुकान का सीसीटीवी फुटेज पुलिस को दिया गया था।