किसानों ने भरी हुंकार, क्रमिक बेमियादी आमरण अनशन 22 से
पश्चिम ओडिशा कृषक सुरक्षा संगठन समिति ने आगामी 22 अक्टूबर से ेबेमियादी क्रमिक अनशन करने का ऐलान किया है।
संवाद सूत्र, बामड़ा : पश्चिम ओडिशा कृषक सुरक्षा संगठन समिति ने आगामी 22 अक्टूबर से क्रमिक बेमियादी आमरण अनशन करने का ऐलान किया है। शनिवार को केछुपानी स्थित ऑडिटोरियम में आयोजित समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया। 24-24 घंटे के इस क्रमिक अनशन में प्रतिदिन 200 से ज्यादा किसानों के शामिल होने का दावा किया गया है।
बैठक में संगठन के संयोजक अशोक प्रधान ने बताया कि राज्य व केंद्र सरकार बीमा कंपनियों के हाथ की कठपुतली बनकर किसानों का शोषण एवं अस्तित्व मिटाने में जुटी हैं। कुचिडा अनुमंडल के किसानों द्वारा फसल बीमा भुगतान, धान मंडी को दुरुस्त करने, सिंचाई की सुविधा आदि मांगों को लेकर बीते आठ माह में महाबंद, आर्थिक नाकेबंदी सहित ओडिशा में किसान आंदोलन का सबसे बड़ा 22 किलोमीटर तक महा रेल रोको आंदोलन किया गया लेकिन अभी तक इसका फलाफल सामने नहीं आया। ऊपर से राज्य सरकार ने मसला केंद्र सरकार के पाले में डाल दिया। राज्य के सहकारिता सचिव दिल्ली में डेरा डाले हुए है। शुक्रवार देर रात तक दिल्ली में उच्चस्तरीय बैठक हुई लेकिन कोई निर्णय नहीं हो पाया है। अगले एक दो दिनों में उच्चस्तरीय कमेटी की बैठक में दोबारा इस मसले पर चर्चा होनी है पर किसान अब और इंतजार नहीं करेंगे। किसानों की लड़ाई निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है। अपना हक हासिल करने के लिए 22 अक्टूबर से जिलाधीश के कार्यालय के समक्ष पश्चिम ओडिशा के 11 जिलों के किसान रोजाना 24 घंटे अनशन में बैठेंगे और ये रिले अनशन मांग पूरी होने तक जारी रहेगा। इसमें महिला किसान भी भाग लेंगी। बैठक के दौरान किस अंचल के किसान किस दिन अनशन में बैठेंगे, इसकी भी रुपरेखा तैयार की गयी। बामड़ा कृषक संगठन के संयोजक योगबिहारी परिडा के संचालन में हुई इस बैठक में कुचिडा अनुमंडल कृषक संगठन के प्रमुख कुशध्वज चौधरी, संबलपुर जिला कृषक संगठन के प्रमुख मुरारी पुरोहित सहित नवीन पटेल, चूड़ामणि पटेल, अमिय पटेल, सौदामिनी नायक, रेवती नायक, दिलीप छत्रिया, किरण नायक, जगदीश पाल प्रमुख ने भी विचार रखे। अंत में महावीर खंडेलवाल ने धन्यवाद ज्ञापन किया।