भारी मात्रा में नशीली दवा बरामद
कैचवर्ड पर्दफाश -बुर्ला के गुरुद्वारा कॉलोनी के एक मकान में छापेमारी -जिलाधीश शुभम सक्स
कैचवर्ड : पर्दफाश
-बुर्ला के गुरुद्वारा कॉलोनी के एक मकान में छापेमारी
-जिलाधीश शुभम सक्सेना के निर्देश पर हुई कार्रवाई
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संसू, संबलपुर : उपनगर बुर्ला में पुलिस की नाक के नीचे महीनों से चल रहे नशा कारोबार का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस की नजर से बचने-बचाने की खातिर किशोर धीमान नामक ने अपने पूजा घर में भगवान के आसन के नीचे गुप्त तहखाना बना रखा था और उसी में नशीली सामग्री छिपाकर रखता था। इसका खुलासा तब हुआ जब संबलपुर जिलाधीश सुभम सक्सेना के निर्देश पर एक स्पेशल टीम ने बुर्ला के गुरुद्वारा कॉलोनी स्थित किशोर धीमान के घर में छापेमारी की। हालांकि पुलिस नशा कारोबारी किशोर धीमान को पकड़ने नाकामयाब रही। स्पेशल टीम ने कारोबारी की पत्नी को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। बताया गया है कि छापेमारी से बुर्ला पुलिस भी अनजान थी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शिक्षानगरी बुर्ला में नशा कारोबार चलाने वाले किशोर धीमान के बारे में किसी ने सोमवार की शाम जिलाधीश सक्सेना को सूचना दी थी। जिसके बाद स्पेशल टीम बुर्ला पहुंची। छापेमारी कहां और किसके घर किया जाना है, इस बात को पूरी तरह गुप्त रखा गया। इसके बाद यह टीम बुर्ला पुलिस को साथ लेकर गुरुद्वारा कॉलोनी पहुंची और किशोर धीमान के घर में छापेमारी की। हालांकि छापामारी के दौरान किशोर घर में नहीं था, उसकी पत्नी थी। टीम ने धीमान के घर को खंगालना शुरू किया, लेकिन कहीं कुछ नहीं मिलने वे छापेमारी टीम निराश होकर लौट रही थी। इसी बीच टीम के एक सदस्य की नजर पूजा घर गयी घर में भगवान के फोटो लगे थे और चमकते टाइल्स का आसन बना था। छापेमारी टीम जब पूजा घर में जाने लगी तब किशोर की पत्नी ने विरोध करना शुरू कर दिया। बावजूद इसके टीम उस घर में घुसी और भगवान के आसन को ठोंक बजाकर देखा तो संदेह हुआ। आननफानन में उस चमचमाते टाइल्स के आसन को तोडा गया तब पीछे एक छोटा तहखाना मिला, जिसके अंदर से 238 बोतल कफ सीरप और 1150 नशे की गोली मिली। किशोर के गायब रहने से उसकी पत्नी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
उपजिलाधीश अनिरुद्ध प्रधान के नेतृत्व में यह छापेमारी की गयी, जिसमे डिप्टी कलेक्टर और ड्रग्स इंस्पेक्टर और बुर्ला पुलिस शामिल रही। बताया गया है कि किशोर कई माह से नशे का कारोबार चला रहा था, लेकिन बुर्ला पुलिस जानकर भी अनजान बनी हुई थी। शायद यही वजह है कि इस छापेमारी को लेकर पुलिस को पहले से कोई सूचना नहीं दी गयी थी।