कीटनाशक दुकान की आड़ में चल रहा था नशा कारोबार
नशा पर शिकंजा - 2309 कफ सिरप बोतल और 50 नशे की गोली जब्त - सदर थाना और सासन थाना इलाक
नशा पर शिकंजा
- 2309 कफ सिरप बोतल और 50 नशे की गोली जब्त
- सदर थाना और सासन थाना इलाके से तीन गिरफ्तार
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संवाद सूत्र, संबलपुर : उपनगर बुर्ला की गुरुद्वारा कॉलोनी में नशा कारोबार का पर्दाफाश होने के एक सप्ताह बाद स्थानीय सदर और सासन थाना क्षेत्र में बड़े पैमाने पर चल रहे नशा कारोबार का पर्दाफाश हुआ है। सदर और सासन पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तीन कारोबारियों को गिरफ्तार करने समेत उनके पास से 2309 बोतल कफ सिरप, 50 नशे की गोली, साढ़े तीन लीटर मिलावटी कफ सिरप और प्लास्टिक के गिलास जब्त किए। पूछताछ के बाद नशा कारोबारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर मंगलवार को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. कंवर विशाल सिंह, सदर एसडीपीओ तपन महांती, सदर थानेदार चितामणि प्रधान और सासन थानेदार जयरश्मि सेठी से मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार की शाम पुलिस को सूचना मिली थी कि सदर थाना अंतर्गत ठेमरा गांव में कफ सिरप का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चलाया जा रहा है। गांव का सत्यव्रत मिश्र उ़र्फ रोशन गांव में कीटनाशक दवा दुकान की आड़ में नशा कारोबार चला रहा है। सूचना मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक डॉ. सिंह के निर्देश पर ठेमरा गांव स्थित सत्यव्रत मिश्र रोशन कीटनाशक दुकान में छापेमारी की। इस दौरान सत्यव्रत अंधेरे का लाभ उठाकर भाग निकलने में सफल रहा, जबकि पुलिस ने उसी गांव के सुब्रत बढ़ेई को पकड़ लिया। दुकान की तलाशी लेने पर वहां से 550 बोतल कफ सिरप मिला।
उधर, नशा कारोबारी सत्यव्रत के भागने की खबर आसपास के थानों को दे दी गयी थी। बताते हैं कि मंगलवार की सुबह सासन पुलिस को सत्यव्रत के बारे में सूचना मिली। इसी के बाद पुलिस ने फौरी कार्रवाई करते हुए उसे नुआंमुंडा चौक से पकड़ा। उससे पूछताछ के बाद मिली जानकारी पर कार्रवाई करते हुए परमाणपुर गांव के बलराम दीप के घर छापेमारी कर गयी और वहां से भी पुलिस ने कफ सिरप की बोतल और नशे की गोली जब्त की।
पुलिस में अनुसार, इन तीनों गिरफ्तार आरोपियों के पास से कुल 2309 बोतल कफ सीरप, 50 नशे की गोली, मिलावटी कफ सिरप और प्लास्टिक का गिलास जब्त किया गया है। मुख्य आरोपी सत्यव्रत मिश्र उ़र्फ रोशन काफी दिनों से नशे का अवैध कारोबार चला रहा था। दिखावे की खातिर उसने कीटनाशक दवा का दूकान खोल रखा था और इसी की आड़ में नशा कारोबार चला रहा था। बताया जा रहा है कि आबकारी और ड्रग्स विभाग के अधिकारियों की सुस्ती और लापरवाही से नशे का ऐसा कारोबार फल फूल रहा है।