दादा का सपना साकार करने डिग्री संग लौटे डॉ. निखिल
संसू, संबलपुर : मेडिकल की डिग्री हासिल होने के बाद जहां अधिकतर डॉक्टर अपना भविष्य उज्जवल करने की खात
संसू, संबलपुर : मेडिकल की डिग्री हासिल होने के बाद जहां अधिकतर डॉक्टर अपना भविष्य उज्जवल करने की खातिर महानगरों और विदेश चले जाते हैं, वहीं डॉ. निखिल सिंघानिया ने अपने दादा गंगाधर सिंघानिया के कहने से प्रेरित होकर वापस संबलपुर लौट आए हैं। डॉ. निखिल बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से एमबीबीएस परीक्षा में प्रथम स्थान, चंडीगढ़ पीजीआइ में चतुर्थ स्थान और एम्स मास्टर डिग्री-2019 में ऑल इंडिया रैकिंग में 16वां स्थान प्राप्त किया।
संबलपुर निवासी मनोज सिंघानिया और शारदा सिंघानिया के पुत्र और बलांगीर जिला के पाटनागढ़ निवासी गंगाधर सिंघानिया के पोते डॉ. निखिल सिंघानिया बचपन से ही मेधावी छात्र रहे हैं। स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में एमबीबीएस की पढ़ाई की और प्रथम स्थान हासिल किया। पश्चिम ओडिशा जैसे पिछड़े इलाके में स्वास्थ्य सेवा की गंभीर स्थिति को देखते हुए उनके दादा गंगाधर सिंघानिया ने डिग्री प्राप्त करने के बाद वापस पश्चिम ओडिशा लौट आने और यहां प्रेक्टिस करने के लिए प्रेरित किया था। डॉ. निखिल अपने दादा के कथन को गंभीरता से लिया और मेडिकल की डिग्री हासिल करने के बाद पश्चिम ओडिशावासियों को स्वास्थ्य सेवा देने के लिए लौट आए हैं, जिसे काफी सराहा जा रहा है।