संभावित बाढ़ से निपटने मोर्चे पर आए जिलाधीश
चार दिन पहले हुई बारिश के दौरान शहर में कृत्रिम बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न
संसू, संबलपुर : चार दिन पहले हुई बारिश के दौरान शहर में कृत्रिम बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने और महानगर निगम की उदासीनता पर सवाल खड़े होने के बाद जिलाधीश समर्थ वर्मा ने खुद मोर्चा संभाल लिया है। प्रशासन की ओर से अब संभावित बाढ़ से निपटने की तैयारी शुरू कर दी गई है। मंगलवार की रात से शहर के कई इलाकों के नाली नालों में वर्षों से जमा कचरे और मलबे को निकालने का काम शुरू कर दिया गया है। इसी तरह शहर के अंदर से होकर प्रवाहित धोबीजोर नाले और टांगना नाले पर अधिक फोकस किया जा रहा है ताकि इन दोनों नालों में आकर जमा होनेवाले बारिश और नाली नालों का पानी बगैर किसी गतिरोध के बिनाखंडी और बालिबंधा स्थित स्लुईस गेटों के जरिए महानदी में निष्कासित हो सके। इसके अलावा महानदी में बाढ़ की स्थिति होने पर मोटरपंपों के द्वारा शहर का पानी महानदी में निष्कासित करने की व्यवस्था भी की गई है। गुरुवार को जिलाधीश समर्थ वर्मा ने विभागीय अधिकारियों के साथ बालिबंधा, बिनाखंडी, गो¨वदटोला समेत अन्य कई इलाकों का दौरा कर न सिर्फ जलनिकासी व्यवस्था को लेकर की गई तैयारियों का जायजा लिया बल्कि आपदा के दौरान प्रभावित लोगों के लिए बनाए गए राहत एवं आश्रय स्थलों में जाकर स्थानीय लोगों की समस्याएं भी सुनी।
दैनिक जागरण से बातचीत में जिलाधीश ने बताया कि बारिश जैसी प्राकृतिक आपदा से लोगों को बचाने के साथ-साथ शहर में कृत्रिम बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन पुरजोर कोशिश कर रहा है। इसमें आमलोगों का सहयोग भी आवश्यक है। उन्होंने अफसोस जताया कि नाली नालों की सफाई कराए जाने के बावजूद लोग नाली-नालों में कचरा और मलबा डाल देते हैं जिससे पानी निष्कासित नहीं हो पाता और उफनकर आसपास के स्थानों और सड़कों पर फैलकर कृत्रिम बाढ़ का रूप ले लेता है। ऐसे में कृत्रिम बाढ़ से बचने के लिए लोगों को नाली नालों में कचरा मलबा डालने से दूर रहना होगा।